यह भी पढ़ें:
Operation Sindoor: माना एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट जारी, जवानों और अफसरों के अवकाश निरस्त, केंद्र सरकार का आदेश यह नियम पार्किंग ठेकेदार द्वारा अवैध वसूली किए जाने की शिकायत मिलने पर तत्कालीन
एयरपोर्ट डायरेक्टर प्रवीण जैन द्वारा 10 जनवरी 2024 को लागू किया गया था। इस आदेश का सख्ती से पालन नहीं करने पर कार्रवाई करने की हिदायत दी गई थी। लेकिन, बिना पूर्व सूचना व नोटिस नवंबर से ऑफलाइन वसूली शुरू हो गई है।
नो फ्री पार्किंग लिखकर दिया जा रहा इसके चलते एयरपोर्ट परिसर की इंट्री गेट में प्रवेश करने पर वाहन नंबर और टाइमिंग वाली पर्ची थमा रहे हैं। इसमें स्पष्ट रूप से नो फ्री पार्किंग लिखकर दिया जा रहा है। बाहर निकलने पर कैश में मनमाना शुल्क वसूल किया जा रहा है। जबकि देशभर के एयरपोर्ट में नियमानुसार 5 से 7 मिनट की छूट और निर्धारित टाइमिंग से अधिक होने पर स्कैनर के जरिए शुल्क लिया जाता है। इस संबंध में एयरपोर्ट के प्रभारी डायरेक्टर का कहना है कि उन्हें इसके संबंध में जानकारी नहीं है। वे इस पर किसी भी तरह का कमेंट नहीं करना चाहते।
एयरपोर्ट पर पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली की शिकायतों के बाद जनवरी 2023 में पत्रिका ने सबसे पहले इस खबर को प्रमुखता से छापा था। इसे संज्ञान में लेकर एयरपोर्ट के तत्कालीन डायरेक्टर द्वारा पार्किंग ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया था। साथ ही दोबारा वसूली की शिकायत करने पर ब्लैकलिस्टेड कर हटाने की चेतावनी दी गई थी। इसके बाद भी शिकायत मिलने पर ठेका समाप्त कर नए ठेकेदार को जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन, शुरुआती कुछ महीनों तक नियमों का पालन करने के बाद फिर से वसूली की खेल शुरू हो गया है।
पार्किंग में रखने की हिदायत एयरपोर्ट पर पिकअप के लिए आने वाली वाहनों को सीधे पार्किंग में भेजकर इसकी एवज में 50 रुपए तक पार्किंग शुल्क वसूल किया जा रहा है। वहीं आधे घंटे का 40 से 60 रुपए लिए जा रहे हैं। जबकि बुजुर्ग, महिलाओं और बच्चों को एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन तक जाने की इजाजत है। लेकिन, अधिकांश वाहनों को रोका जा रहा है। जबकि रायपुर एयरपोर्ट पर रोज 64 फ्लाइटों का आवागमन होता है। प्रत्येक फ्लाइट के पीछे गाड़ियों की संख्या औसतन 75 मान लें और इनमें से केवल 25 फीसदी गाड़ियों को ही पार्किंग में भेजने का आंकलन करने पर रोजाना 30 हजार से ज्यादा अवैध वसूली का आंकड़ा निकलकर सामने आता है।