CG News: विश्व मोटापा दिवस आज
मोटापा न केवल विश्व या देश, बल्कि प्रदेश की भी समस्या बन रहा है। मानक वजन से ज्यादा होने पर इसे मोटापे की श्रेणी में माना जाता है। 4 मार्च को
विश्व मोटापा दिवस है। इस मौके पर पत्रिका ने विशेषज्ञों से बात कर जाना कि आखिर मोटापा क्या है? मोटापे के क्या-क्या नुकसान है। ज्यादा मोटापा सेहत के लिए खतरनाक है।
डॉक्टरों के अनुसार, अस्पताल की ओपीडी में सभी वर्ग में मोटापा से ग्रसित मरीज आते हैं। इनमें डायबिटीज व हाई बीपी की कॉमन बीमारी होती है। कई लोगों का कोलेस्ट्राल बढ़ा हुआ मिलता है तो कई लोग
एंजियोप्लास्टी भी करवा चुके होते हैं। ऐसे मरीजों को वजन कम करने व खानपान में परेहज रखने की सलाह डॉक्टर दे रहे हैं। लिवर, किडनी, हार्ट की बीमारी मोटापे के कारण होती है।
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श्री नारायणा
अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. सुनील खेमका ने कहा की मोटापे की वजह से हड्डियां कमज़ोर होने के अलावा इसका घनत्व कम हो सकता है। यही नहीं, इसकी संरचना को भी नुकसान पहुंच सकता है। हड्डियों में कैल्शियम और दूसरे मिनरल्स की कमी हो सकती है। हड्डियां टूटने या फ़्रैक्चर होने के साथ जोड़ों में दर्द हो सकता है। नसों में जकड़न हो सकती है।
संजीवनी कैंसर अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. युसूफ मेमन ने कहा की शरीर में ज़्यादा चर्बी होने से कई तरह के कैंसर होने का रिस्क बढ़ जाता है। जैसे ग्रासनली, ब्रेस्ट, यकृत, पित्ताशय, गुर्दे, आंत्र, अग्नाशय व गर्भाशय का कैंसर हो सकता है। मोटापे की वजह से किडनी कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। अग्नाशय में इंसुलिन बढ़ने से कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं।
क्या है मोटापे की परिभाषा
किसी निश्चित ऊंचाई के लिए मानक से ज़्यादा वज़न होना मोटापा कहलाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 25 से ज्यादा बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) को अधिक वज़न माना गया है। 30 से ज्यादा बीएमआई को मोटापा माना जाता है। 40 से ज्यादा बीएमआई को
मॉर्बिड मोटापा माना गया है। मोटापे के कारण जेनेटिक, हार्मोन व पर्यावरण संबंधी समस्या भी हो सकता है। इससे बचने के लिए संतुलित आहार खाना, शारीरिक श्रम ज्यादा करना, कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना, फल व सब्जियों का सेवन करना है।