गौरतलब है कि इस साल 11 फरवरी को संपन्न हुए निगम चुनाव में
भाजपा की ऐतिहासिक जीत हुई है। भाजपा के महापौर प्रत्याशी मधुसूदन यादव ने कांग्रेस प्रत्याशी निखिल द्विवेदी को एकतरफा 44 हजार से अधिक वोटों से हराकर निगम की सत्ता में काबिज हुए है। वहीं 51 वार्ड वाले शहर में भाजपा के 40 पार्षद जीत कर आए हैं। यानि निगम चुनाव में शहर की जनता ने भाजपा को हाथों हाथ लेकर एकतरफा सत्ता तक पहुंचाई है। अब नई सरकार की जिम्मेदारी शहर की जनता की जरुरतों को पूरी करने की है।
पिछली सरकार ने दिखाए सब्जबाग
इससे पहले निगम की सत्ता में पांच साल कर कांग्रेस का राज रहा। महौपार हेमा देशमुख पूरे पांच साल कर निगम की सत्ता में काबिज रही। महापौर रहते हेमा देशमुख ने पांच बार बजट पेश की और हर बजट में शहरवासियों को नए सौगात देने का प्रस्ताव सदन के पटल में रखी। पिछले सरकार ने पांच साल तक शहरवासियों को सिर्फ सब्जबाग ही दिखाए। पिछली सरकार की बजट में शहर विकास को लेकर को अहम मुद्दे रखे गए थे। इसंमे निगम का आय बढ़ाने व लोगों को सुविधा देने पुत्री शाली व गुडाखू लाइन स्थित आयुर्वेद अस्पताल में शापिंग काम्प्लेक्स का निर्माण, शहर में दाई दीदी बाजार की स्थापना, शहर के सभी 51 वार्डों में माडयूलर टायलेट का निर्माण, वाटर पार्क का निर्र्माण शामिल था, लेकिन यह सब बजट का प्रावधान धरातल में नहीं आ पाई।
CG Budget 2025-26: इन प्रस्तावों पर लग सकती है मुहर
महापौर मधुसूदन यादव अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करने की तैयारी में है। बजट को लेकर शुक्रवार को एमआईसी की बैठक है। पहले बजट में राज्य सरकार के बजट में शामिल नालंदा परिसर का निर्माण, गौरवपथ का नवीनीकरण, महामाया चौक से फरहद चौक तक सड़क चौड़ीकरण, लखोली से कन्हारपुरी तक सड़क चौड़ीकरण के साथ संपत्ति कर में छूट की सौगात दे सकते हैं।
पेयजल व सफाई की पहल
भाजपा की नई सरकार का यह पहला बजट है। वर्तमान में शहरवासियों के लिए सबसे गंभीर समस्या पेयजल को लेकर है। मोहारा एनीकट में पर्याप्त जल भराव नहीं होने से शहरवासियों को जरुरत के हिसाब से पानी नहीं मिल रहा है। पानी की कमी की वजह से निगम प्रशासन द्वारा शहरवासियों को एक दिन के आड़ में नलों में दोनो समय पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं आउटर के वार्डों में टैंकरों के माध्यम से पानी पहुंचाया जा रहा है। नई सरकार के लिए शहरवासियों को पर्याप्त पेयजल पहुंचाने की दिशा में ठोस कदम उठाने की जरुरत है। वहीं शहर में सफाई व्यवस्था का भी बुरा हाल है। ठेका वाले वार्डों में साफ-सफाई नहीं होने की शिकायत सामने आती है। ठेकेदारों पर लगाम लगाने की जररुत है।
बाजार क्षेत्र में सुधारे पार्किंग सिस्टम
शहर की सबसे बड़ी समस्या बाजार क्षेत्र गुड़ाखू लाइन, सदर बाजार, हलवाई लाइन, महाबीर चौक से मानव मंदिर चौक तक जाम से निपटने ठोस कदम उठाने की जरुरत है। इन क्षेत्रों में दुकानदारों द्वारा सड़क पर कब्जा कर दुकान सजाने की वजह से जाम की स्थिति निर्मित होती है। इससे यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है और लोग हलाकान होते हैं। नई सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरुरत है। वहीं शहर के कुछ क्षेत्रों में सड़कों की बुरी स्थिति है। इन जगहों पर मरम्मत कार्य कराने की जरुरत है। इसके अलावा शहर के अधिकांश क्षेत्रों में ड्रेनेज सिस्टम को व्यवस्थित करने की जरुरत है। ताकि बारिश के दिनों में जल भराव की समस्या दूर हो सके।
दूसरे कार्यकाल का पहला बजट अप्रैल के पहले सप्ताह में पेश किया जाएगा। चुनाव में शहर की जनता से विकास के जो वादे किए थे। इन्ही प्रावधानों को बजट में रखा जाएगा। बजट को लेकर शुक्रवार को एमआईसी की बैठक है। जिसमें सभी बजट प्रावधानों पर चर्चा करेंगे। – मधुसूदन यादव, महापौर राजनांदगांव