इधर पुलिस प्रशासन ने अब तक इस पूरे मामले में किसी पर जिमेदारी तय नहीं कर पाई है। यही कारण है कि मामले में अब तक किसी पर एफआईआर दर्ज नहीं किया गया है। ऐसे वाटर पार्क में सुरक्षा इंतेजाम से लेकर अन्य मापदंडों को लेकर प्रशासन की ओर से भी समय-समय पर निरीक्षण व जांच नहीं किया जाता।
बता दें कि गाेंदिया से गाेंदिया से भंडारकर परिवार शुक्रवार को नहाने और मनोरंजन करने के उद्देश्य से इंदामरा में संचालित
एक्वा विलेज वाटर पार्क पहुंचे थे। उनके साथ उनका 13 वर्षीय बच्चा अंशुल पिता सुरेश भंडारकर भी आया हुआ था। नहाते समय अंशुल की डूबने से मौत हो गई। अब सवाल यह उठता है कि बच्चे को स्वीमिंग पुल में उतरने से पहले लाइफ जैकेट सहित अन्य सुरक्षा के इंतेजाम का उपयोग नहीं किया गया। साथ वहां तैनात रेस्क्यू टीम भी बच्चे को डूबने से नहीं बचा पाई।
लालबाग टीआई राजेश साहू ने बताया कि मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद परिजनों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। बताया जा रहा है बच्चा मंद बुद्धि था इस वजह से वह परिजनों से कुछ देर के लिए बिछड़कर पुल की गहराई वाले हिस्से में चले गया था।