पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दोनो शव नाबालिग लड़कियां की है और दोनों का समलैगिंक संबंध होने की जानकारी सामने आई है। दोनो विवाह करना चाहते थे, लेकिन उनके परिजन विरोध में थे। आहात होकर दोनों के फांसी लगाकर
आत्महत्या करने का अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि पुलिस दोनो के संबंध को लेकर किसी तरह से खुलासा नहीं कर रही है।
सड़ी-गली मिली थी लाश
डोंगरगांव टीआई उपेन्द्र कुमार ने बताया कि 31 दिसबर को ग्राम आमगांव एवं बीजेपार के मध्य स्थित दुलारदाई डोंगरी में अज्ञात लड़कियां का फांसी के फंदे मे लटके लाश मिली थी। शव पुरी तरह से सड़ी गली अवस्था में होने से शव का पहचान नही हो पाई थी। दोनों भाग कर चले गए थे गुजरात, समझाइश देकर लाए थे वापस
पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना में जुटी थी। विवेचना के दौरान शव की हुलिया एवं साक्ष्यों को ईकठ्ठा कर क्षेत्र के संदेही गुम इंसानों व अपहरण के प्रकरणों के से मिलान कर पता तलाश किया गया। उक्त दोनो अज्ञात शव का पहचान कर लिया गया हैं । जिसकी पहचान गुम इंसान गुमशुदा कुमारी जागृति विश्वकर्मा पिता अजीत कुमार विश्वकर्मा उम्र 16 निवासी केरेगांव पोस्ट आमगांव थाना डोंगरगांव और कुमारी आरती विश्वकर्मा पिता सुरेश विश्वकर्मा उम्र 17 निवासी ग्राम पांगरीकला थाना डोंगरगावं के रूप मे उनके परिजनों के द्वारा पहचान की गई हैं ।
मिली जानकारी के अनुसार दोनों लड़कियां के एक-दूसरे के प्रति आकर्षण था और लंबे समय से वे रिलेशनशिप में थे। उनकी पहली मुलाकात मेला मडई के समय ग्राम परसाटोला में मुलाकात हुई थी। तब से वे संपर्क में थे। इस बात की जानकारी लगते ही घर वालों ने समझाइश दी थी।
परिजनों को उन्होंने शादी करने की बात भी कही थी, जिस पर परिजनों ने दोनों को समझाने की कोशिश की थी। जिसके बाद वे अपने किसी परिजन जो सूरत में रहते थे। वहां किसी को बगैर बताए चले गए थे। जहां से उन्हें समझा बुझा कर लाया गया था। वहीं ये दोनों लड़कियां आखिरकार घर से बिना बताए करीब दो माह पूर्व निकल गए थे। जिसके बाद परिजनों ने गुमशुदगी डोंगरगांव थाने में दर्ज कराई थी।