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नक्सल पीड़ित और सरेंडर नक्सलियों को भी मिलेगा पीएम आवास योजना का लाभ, जानें कब से भरे जाएंगे फॉर्म… इसी कड़ी में एमएमए पुलिस कबड्डी खेल का सहारा ले रही है। जिले के 11 थाना और चौकी क्षेत्र में 167 टीमों के बीच प्रतिस्पर्धा कराई गई। खिलाडिय़ों को कबड्डी से जुड़ी किट से लेकर अन्य खेल संसाधन उपलब्ध कराकर आगे बढ़ाया जा रहा है। 167 टीमों में 66 टीमों का चयन कर जिला मुख्यालय मोहला के स्टेडियम में जिला स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता कराई जा रही है। इस प्रतियोगिता का मंगलवार को फाइनल मैच खेला जाएगा। विजेता टीम को 21 हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।
महिला और पुरुष टीम
सामुदायिक पुलिसिंग के तहत यह टूर्नामेंट कराने के पीछे उद्देश्य यह है कि
नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवा खेल के माध्यम से पुलिस के संपर्क में आएं हैं और राष्ट्र की सेवा के लिए तैयार हो। युवाओं को नक्सलवाद की राह में जाने से रोकने के लिए कबड्डी खेल का सहारा लिया जा रहा है। पहले गांव के लोग पुलिस को देखकर भागते थे, दूरी बनाते थे पर अब खेल के माध्यम से पुलिस के साथ खेल रहे हैं तो वहीं साथ बैठकर भोजन भी करते रहे हैं। बड़ी बात यह है कि टूर्नामेंट के लिए हर थाना क्षेत्र से तीन महिला और तीन पुलिस टीम खेलने के लिए मोहला मुख्यालय पहुंची है।
युवाओं को नई दिशा दे रहे
एसपी वाय.पी. सिंह ने बताया कि ग्रामीण युवाओं को राष्ट्र की मुख्यधारा से जोडऩे के उद्देश्य से टूर्नामेंट करा रहे हैं। जिले में पहली बार ऐसी स्पर्धा हुई है। नक्सल प्रभावित बुकमरका, कोराचा, ऊंचापुर, बागडोंगरी, शारदा, मुंदेली, हुरेली, हुर्रे, कारेकट्टा जैसे प्रभावित गांव की टीम टूर्नामेंट में पहुंची है। इससे गांवों में शांति का माहौल बन रहा है। युवा राष्ट्र सेवा की ओर समर्पित हो रहे हैं।
सरेंडर नक्सलियों की भी टीम
20 दिसंबर से टूर्नामेंट की शुरुआत की गई है। 24 दिसंबर को फाइनल होगा। इस टूर्नामेंट में सरेंडर नक्सलियों की टीम ने भी खेल का प्रदर्शन किया है। सरेंडर नक्सल कमांडर टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। इस टीम के कुछ सदस्यों का स्वास्थ्य खराब होने की वजह से आगे खेल नहीं पाएं हैं पर टीम ने बेहतर खेल का प्रदर्शन किया है।