यह रहे मुख्य कारण
- घर-घर कचरा संग्रहण के टेण्डर प्रक्रिया में विलंब के कारण
- एक ठेकाफर्म की और से मुख्यालय में आपत्ति दर्ज के चलते
- निविंदा की जानकारी अखबार में प्रकाशित नहीं होना आदि
छह माह से चल रही टेण्डर प्रक्रिया
नगर परिषद की ओर से नवम्बर माह की शुरुआत में तत्कालीन आयुक्त दुर्गेश रावल की ओर से 2024 में टेण्डर आमंत्रित किए गए थे। इसके बाद आयुक्त का स्थानान्तरण से अब तक यह प्रक्रियाधीन चल रही है। मार्च माह की शुरुआत में टेण्डर की पूरी प्रक्रिया करने के पश्चात अनुमोदन के लिए मुख्यालय भेजा गया। वहां से 22 अप्रेल तक कोई जवाब नहीं आने पर गत शुक्रवार को टेण्डर फिर से आमंत्रित किए गए हैं।
शर्तों में नहीं किया कुछ खास बदलाव
नगर परिषद की ओर से घर-घर कचरा संग्रहण के लिए गत दिनों आमंत्रित किए गए टेण्डर में कुछ खास बदलाव नहीं किए गए हैं। इसमें भी संबंधित फर्म को घरों का सर्वे करना होगा, घरों के बाहर आएफआईडी कार्ड लगाना, सिटिजन मोबाइल एप, गीला और सूखा कचरा अलग-अलग एकत्रित करने, कचरा संग्रहण करने वाले टेम्पो पर जीपीएस लगाने और हेल्पलाइन नम्बर आदि जारी करने होंगे। उल्लेखनीय है कि वर्तमान ठेकेदार को 120 लाख रुपए सालाना में टेण्डर दिया गया था।
तकनीकी कारणों से फिर से आमंत्रित किए टेण्डर
घर-घर कचरा संग्रहण करने के लिए फिर से नया टेण्डर आमंत्रित किया गया है। रेट का अनुमोदन (अप्रूवल) के लिए मुख्यालय भेजी गई थी उसमें कुछ तकनीकी कारणों के चलते उसे निरस्त कर दिया गया। इसके कारण फिर से टेण्डर मांगे गए हैं। इसे जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास किए जाएंगे।