समय का रखें विशेष ध्यान
अभ्यर्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने से एक घंटे पूर्व तक ही केन्द्र में प्रवेश दिया जाएगा। अर्थात, प्रातः 9 बजे तक प्रवेश आवश्यक है, इसके बाद किसी को भी प्रवेश नहीं मिलेगा।
परीक्षा की पारदर्शिता के लिए कड़े इंतजाम
अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं परीक्षा समन्वयक नरेश बुनकर ने जानकारी दी कि परीक्षा के सफल संचालन के लिए आवश्यक नियुक्तियां की गई हैं। तीन सतर्कता दल गठित किए गए हैं। सभी केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे, बायोमेट्रिक सिस्टम तथा दो वीडियोग्राफर्स तैनात रहेंगे, ताकि परीक्षा में पूर्ण पारदर्शिता बनी रहे। ड्रेस कोड का सख्ती से पालन अनिवार्य
परीक्षा में अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए ड्रेस कोड लागू किया गया है:
- पुरुष अभ्यर्थी:आधी/पूरी आस्तीन की शर्ट, टी-शर्ट, कुर्ता-पायजामा या पैंट पहनकर आएं। जीन्स प्रतिबंधित है।
- महिला अभ्यर्थी: सलवार-सूट, चुन्नी, साड़ी तथा आधी/पूरी आस्तीन का कुर्ता/ब्लाउज अनिवार्य। बालों में सामान्य रबर बैंड ही मान्य।
- सभी परीक्षार्थी:बड़े बटन, धातु के बटन, ब्रोच, बैज, फूल आदि पहनना वर्जित है।
- गहनों पर भी रोक-सिर्फ पतली कांच/लाख की चूड़ियाँ मान्य। अन्य गहने जैसे अंगूठी, ब्रेसलेट, बालियाँ आदि वर्जित हैं।
- घड़ी, बैग, बेल्ट, हेयर पिन, स्कार्फ, टोपी, शॉल, मफलर, धूप का चश्मा आदि लाना मना है।
- केवल साधारण स्लीपर, सैंडल या छोटे टखनों तक के जूते-मोजे ही मान्य होंगे। मेटल चेन वाले जूते की अनुमति नहीं होगी।
धार्मिक प्रतीकों के लिए विशेष निर्देश
सिख धर्म के परीक्षार्थियों को कड़ा, कृपाण व पगड़ी की अनुमति होगी, परंतु कृपाण छोटी और ढकी हुई होनी चाहिए। उन्हें परीक्षा केंद्र पर दो घंटे पूर्व पहुँचना अनिवार्य है। यदि प्रतीकों में कोई संदेहास्पद वस्तु पाई गई, तो उसे परीक्षा कक्ष में नहीं ले जाने दिया जाएगा।