धीमी गति से चल रहा कार्य
फर्नीचर क्लस्टर का काम बहुत ही धीमी गति से चल रहा है। शहर में संचालित फर्नीचर, आरा मिलों को यहां पर विस्थापित किए जाने और उन्हें जमीन आवंटित करने का प्रावधान भी किया गया था, लेकिन प्रशासन के साथ लकड़ी के कारोबारी भी इस प्रोजेक्ट में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।पटना ककरी में सभी भूखंड आवंटित
फर्नीचर क्लस्टर की घोषणा के बाद रहली के पटना ककरी में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के प्रयास शुरू हुए थे, लेकिन रहली में उद्यमियों ने उद्योग स्थापित करने को लेकर उत्सुकता दिखाई, जिसके कारण वहां पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित होने लगा है। यहां पर एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) विभाग ने मल्टीपर्सज उद्योगों के लिए 135 भूखंड तैयार किए थे, जो तय नियमों पर संबंधितों को आवंटित हो चुके हैं।15 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
फर्नीचर क्लस्टर सिद्धगुवां और रहली के पटना ककरी को मिलाकर दोनों जगहों पर आने वाले एक से दो वर्षों में करीब 15 हजार लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। फर्नीचर क्लस्टर एक थीम विशेष पर विकसित होना है जबकि पटना ककरी में तमाम प्रकार के छोटे से लेकर बड़े उद्योगों को स्थापित करने का प्लान बनाया गया है।बेहतर कनेक्टिविटी के कारण बढ़ेगा कारोबार
सिद्धगुवां सागर का औद्योगिक क्षेत्र है, जिसकी रोड के साथ रेलवे कनेक्टिविटी भी बेहतर है। यही वजह है कि यहां से देश के किसी भी कोने में तैयार हुए माल की सप्लाई की जा सकती है। इधर पटना ककरी सागर-जबलपुर मार्ग पर रहली के पास स्थित है, जिसके कारण यहां बने माल को सागर या जबलपुर दोनों जगहों से अन्य प्रदेशों तक आसानी से पहुंचाया जा सकता है।फैक्ट फाइल
सिद्धगुवां83 एकड़ में विकसित होना है फर्नीचर क्लस्टर
35 एकड़ में फस्र्ट फेज का काम शुरू
200 करोड़ रुपए का कुल होगा इंवेस्टमेंट
200 से ज्यादा इकाइयां स्थापित करने की प्लानिंग पटना ककरी
50 एकड़ में विकसित हो रहा औद्योगिक क्षेत्र
135 भूखंड हुए आवंटित
– मंदाकिनी पाण्डे, महाप्रबंधक, उद्योग विभाग