शहर में हाथठेलों पर खुली वाली आइसक्रीम बेची जा रही है। साथ ही बर्फ के गोला भी बच्चों को खूब पसंद आ रहे हैं। अब यह बर्फ खाने लायक है या नहीं इसकी कोई जानकारी नहीं है। बर्फ का गोला बनाते समय कई तरह की सामग्री भी डाली जाती है।
सड़क किनारे और नालियों के बाजू से खुली दुकानों में धूल पहुंच रही है और मक्खी भिनभिनाती रहती हैं। दुकानदार साफ-सफाई का ध्यान भी नहीं रख रहे हैं। चिकित्सकों के अनुसार दूषित खाद्य सामग्री के सेवन से पीलिया, टाइफाइड, पेट से संबंधी बीमारियां हो सकती हैं।
सागर में कई दुकानों से सैंपल लेकर जांच की जा रही है, जल्द ही बीना में भी ठंडे पेय पदार्थों के सैंपल लिए जाएंगे।
प्रीति राय, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, सागर