स्मार्ट मीटर तेजी से दौड़ रहे
जानकारी के अनुसार पिछले 15 साल में बिजली कंपनी 4 से 5 प्रकार के मीटर बदल चुकी है। पहले मैकेनिकल मीटर चलते थे, अपडेट हुआ और उसे डिजिटल किया गया। कुछ समय बाद फिर तकनीकि सुधार करने के बाद मीटर बदले और अब स्मार्ट मीटर लग गए। समय के साथ कंपनी ने जो मीटर बदले उनमें आम उपभोक्ता को कोई लाभ नहीं हुआ। शहर में स्मार्ट मीटर लगने के बाद हर व्यक्ति शिकायत कर रहा है।बंद घर में हो गई 244 यूनिट खपत
केस-1मकरोनिया की दूरसंचार कॉलोनी में किराए के घर में रहने वाले आर्मी जवान राजू सेन पिछले 2 माह से परिवार के साथ अपने घर गए हैं। यहां घर बंद है, फिर भी पिछले 2 माह में उनके मीटर में 244 यूनिट बिजली की खपत हो गई है। दिसंबर में 118 यूनिट और जनवरी में 126 यूनिट का बिल जारी हुआ है।
सिविल लाइन निवासी मोहित ने बताया कि वह घर में अकेले रहते हैं। नौकरी के सिलसिले में अधिकांश समय घर से बाहर ही रहते हैं। ठंड के कारण पंखा-कूलर चलता नहीं, इसके अलावा कोई अन्य उपकरण भी घर में चालू नहीं है। स्मार्ट मीटर लगने के पहले ठंड के मौसम में खपत 20-25 यूनिट रहती थी, लेकिन अब दिसंबर में 123 यूनिट व जनवरी में 107 यूनिट बिजली खपत बिल पर दर्शाई है।
एक्सपर्ट व्यू
कई तरह के चार्ज लगने लगेपिछले 10 सालों में एनर्जी चार्ज में कुछ खास बदलाव नहीं हुआ है, क्योंकि उसे बढ़ाने आयोग की अनुमति लगती है, लेकिन बिजली कंपनियों ने कई अलग-अलग चार्ज बिलों में जोड़ दिए हैं। पहले न्यूनतम चार्ज लगता था, लेकिन अब फिक्स चार्ज लगने लगा है, जो प्रति यूनिट एक रुपए के आसपास है। इसके अलावा ज्यादा बिजली खपत के पीछे यह भी हो सकता है कि कंपनी लाइन लॉस की भरपाई करने उपभोक्ताओं को 40 या 45 दिन की रीडिंग कर 30 दिन की बता रही हो। बिजली बिल ज्यादा आने को लेकर हमेशा यह भी कहा जाता है कि घरों में उपकरणों की संख्या बढ़ गई है।
जीपी सिंह, सेवानिवृत्त, मुख्य अभियंता