पुलिस के अनुसार मुखबिर से सूचना मिली थी कि छोूट उर्फ तिलक पुत्र विजय यादव 27 साल क्रिकेट सट्टा की मास्टर आइडी से लोगों को सट्टा खिलाकर अवैध लाभ अर्जित करा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस झुनकू पुल के पास पहुंची और छोटू उर्फ तिलक को पकड़ लिया। आरोपी के मोबाइल में “श्रीजी99 डॉट कॉम” नाम की सट्टा आइडी खुली थी। आइडी पर सट्टा के लेनदेन का हिसाब था, मोबाइल में “क्रिकेट लाइन गुरू” एप में क्रिकेट सट्टा के रन और भाव दिखाई दे रहे थे। मोबाइल में पेमेंट एप के माध्यम से रुपए ट्रांसफर का हिसाब-किताब भी पुलिस को मिला।
– कमीशन पर ली थी आइडी
पुलिस ने आरोपी छोटू उर्फ तिलक यादव को अभिरक्षा में लिया और थाने लेकर पहुंची, जहां उससे क्रिकेट सट्टा की आइडी व हिसाब-किताब को लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि उसे यह मास्टर आइडी खंडेराव वार्ड निवासी 25 वर्षीय अन्ना उर्फ अनिल पुत्र तेजराम कोष्ठी ने 3 प्रतिशत कमीशन पर दी थी। वह अन्ना कोष्ठी को पेमेंट एप के माध्यम से कमीशन के रुपए ट्रांसफर करता था।
– मोबाइल का डाटा किया डिलीट
मास्टर आइडी उपलब्ध कराने वाला अन्ना उर्फ अनिल कोष्ठी जरूरत से ‘यादा चालाक निकला। पुलिस ने घेराबंदी कर रात करीब 11 बजे आरोपी को रेंज ऑफिस के पास से पकड़ तो लिया, लेकिन उसके मोबाइल में कोई सट्टा आइडी नहीं मिली। पुलिस का कहना है कि अन्ना कोष्ठी ने पूछताछ में बताया कि उसे छोटू उर्फ तिलक यादव को पकडऩे की खबर मिल गई थी, जिसके बाद उसने मोबाईल से क्रिकेट सट्टा आइडी को डिलीट कर दिया था।
– डिटेल निकलवा रहे हैं
एक आरोपी के पास से सट्टा आइडी सहित हिसाब-किताब मिला है, लेकिन आइडी उपलब्ध कराने वाला अन्ना कोष्ठ शातिर बदमाश निकला। उसने अपना मोबाइल तक बदल दिया था, लेकिन पुलिस ने उसे रिकवर कर लिया है। आगे की लिंक जोडऩे सीडीआर सहित अन्य डिटेल निकलवा रहे हैं। मीनेष भदौरिया, थाना प्रभारी, देवरी