दुकानों के न बिकने के पीछे एक सबसे बड़ा कारण बस स्टैंड की ड्राइंग भी है। लोगों का कहना है कि बस स्टैंड में को त्रिभुजाकार रूप से तैयार किया गया है। जिसमें सबसे आगे भी दुकानें निकाली गई हैं। इस वजह से पीछे की दुकानें सामने से नहीं दिखती हैं। लोगों ने कहा कि यदि दुकानों को बस स्टैंड पर यू आकर में मुख्य मार्ग से बनाया गया होता, तो निश्चित रूप से सामने से दुकानें दिखाई देने पर सभी दुकानें आसानी से बिक जाती।
कुल दुकानें – 41
टेंडर के लिए दुकानें – 23
किराया बाकी – 2.5 लाख रुपए