
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
इधर, सूचना पर पहुंचे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मृतक के पिता रामधन भी रेलवे सेवा में थे। जिनकी पूर्व में मृत्यु हो गई थी। इसके बाद गोवर्धन का अनुकम्पा नियुक्ति मिली थी। उसे दो छोटे बच्चे हैं।यह भी पढ़ें
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घुमाव होने के कारण नहीं दिखी ट्रेन
रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि दोनों कार्मिक पॉइंट पर मरम्मत का कार्य कर रहे थे। इस दौरान कोटा की ओर से आ रही ट्रेन के कारण वे दूसरी पटरी पर खड़े हो गए। लेकिन मौके पर घुमाव होने के कारण उसी ट्रेक पर आ रही पटना-कोटा ट्रेन उनको दिखाई नहीं दी और वे चपेट में आ गए। अनुमान लगाया जा रहा है कि ट्रेन ने हॉर्न भी दिया होगा, लेकिन पास से गुजर रही ट्रेन की आवाज के कारण वे आवाज नहीं सुन पाए। इसके चलते वे दुर्घटना का शिकार हो गए।इनका कहना
पंचायतनामा के बाद पोस्टमार्टम करा शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सुपुर्द किया है। मामले की जांच की जा रही है।दलवीर सिंह, जीआरपी थाना प्रभारी