विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर पर बीए, बीएससी, बीफार्मा, बीटेक इन एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग, बीटेक इन कम्प्यूटर साइंस एवं स्नातकोत्तर स्तर पर एलएलएम पाठ्यक्रम प्रारंभ होगा। विश्वविद्यालय को बीफार्मा प्रारंभ करने हेतु पीसीआई नई दिल्ली ने 100 सीट मान्यता प्रदान की है। एलएलएम पाठ्यक्रम में 60 सीट, बीटेक इन एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में 60 सीट निर्धारित की गई है। वर्तमान परिपेक्ष्य में तकनीकी को ध्यान में रखते हुए बीटेक इन कम्प्यूटर साइंस की कक्षाओं को भी प्रारंभ किया जा रहा है। स्नातक स्तर पर पारंपरिक पाठ्यक्रम बीएससी एवं बीए की कक्षाएं नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार प्रारंभ किया जा रहा है।
विश्वविद्यालय को खुले हुए छह साल हो चुके हैं, लेकिन अब तक भवन नहीं बन पाया है। शासन लगातार इसकी उपेक्षा की करता आया है। वर्तमान में विश्वविद्यालय का प्रशासनिक कामकाज पीजी कॉलेज छिंदवाड़ा के लाइब्रेरी भवन में संचालित हो रहा है।
विश्वविद्यालय ने भले ही यूटीडी खोलने के लिए निर्णय लिया है, लेकिन अब भी उसके पास अपना भवन नहीं है। विश्वविद्यालय ने यूटीडी संचालन के लिए शासकीय लॉ कॉलेज, काराबोह में शिक्षण विभाग का संचालन करने की अनुमति मांगी थी। जिस पर मुहर लग गई है। लॉ कॉलेज के प्रथम तल में विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग का संचालन होगा।
विश्वविद्यालय ने डॉ. जेके वाहने को विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग का प्रभारी नियुक्त किया है। प्रवेश प्रक्रिया, नियम एवं दिशा निर्देश विश्वविद्यालय की बेवसाइड पर 23 जून से आवेदन पत्र प्रवेश प्रक्रिया नियम एवं दिशा निर्देश उपलब्ध होंगे।
विश्वविद्यालय में बीए, बीफार्मा, एलएलएम सहित अन्य पाठ्यक्रम की पढ़ाई के लिए अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इससे काफी लोगों को रोजगार भी मिलेगा। विश्वविद्यालय जल्द ही इसके लिए प्रक्रिया शुरु करेगा।
शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। वहां से अनुमति मिलने के बाद यूटीडी खोलने को लेकर प्रक्रिया शुरु की गई। जब तक विश्वविद्यालय का अपना भवन नहीं बन जाता तब तक शासकीय लॉ कॉलेज काराबोह में शिक्षण विभाग संचालित होगा।
प्रो. इन्द्र प्रसाद त्रिपाठी, कुलगुरू, आरएसएस विश्वविद्यालय