मंदिर समिति के अनुसार, इस दिन बाबा श्याम का भव्य तिलक श्रृंगार किया जाएगा। यह विशेष सेवा-पूजा बहुत ही पावन अवसर मानी जाती है और इसके लिए पहले से ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं। इसी क्रम में, 30 अप्रैल की रात 10 बजे से ही मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे, ताकि शृंगार और सेवा-पूजन की प्रक्रिया निर्विघ्न संपन्न हो सके।
श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे 1 मई को मंदिर दर्शन की यात्रा न करें या फिर शाम 5 बजे के बाद ही खाटूधाम की ओर प्रस्थान करें। इस विशेष तिलक श्रृंगार के बाद शाम को पट खुलने पर भक्त बाबा श्याम के दिव्य रूप के दर्शन कर सकेंगे।
यात्रा की योजना बना रहे भक्तों से अनुरोध है कि वे इस अस्थायी बंद की जानकारी को ध्यान में रखते हुए ही अपनी यात्रा की तिथि तय करें, ताकि किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।