उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि आपातकाल का दौर सबने नहीं देखा, लेकिन उसकी कहानियाँ सबने सुनी हैं। यह वो समय था जब संविधान को कुचला गया, लोकतंत्र की हत्या की गई, और देश की आवाज को दबाया गया। इंदिरा गांधी ने कुर्सी के मोह में संविधान की मर्यादाओं को ताक पर रख दिया और सत्ताविरोधी आवाज़ उठाने वालों को जेल में डाल दिया गया।
उन्होंने कहा कि जब मीडिया का गला घोंटा जा रहा था, तब क्या संविधान मौजूद नहीं था? कांग्रेस आज संविधान की बात करती है, लेकिन इतिहास गवाह है कि उन्होंने ही संविधान को सबसे अधिक नुकसान पहुँचाया।
दीया कुमारी ने पिता को किया याद
दिया कुमारी ने इस दौरान यह भी उल्लेख किया कि उनकी दादी राजमाता गायत्री देवी जी और उनके पिता महावीर चक्र विजेता ब्रिगेडयर महाराजा सवाई भवानी सिंह जी को भी जेल में डाला गया था, जबकि उन्होंने केवल लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की थी। इतना ही नहीं, बल्कि उस समय सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे अटल बिहारी वाजपेई जी, लालकृष्ण आडवाणी जी, मोरारजी देसाई जी, राजमाता गायत्री देवी जी, विजया राजे सिंधिया जी जैसे अनेकों नेताओं को जेल में डाल दिया गया। धार्मिक और सामाजिक संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिए गए जो तानाशाही की पराकाष्ठा थी।
दीया कुमारी ने युवाओं से आह्वान किया
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने लोकतंत्र सेनानियों की पेंशन योजना को जारी रखने और आगे बढ़ाने का काम किया। इन सेनानियों ने जनता की आवाज बनकर अत्याचारों का सामना किया, थर्ड डिग्री टॉर्चर झेला, लेकिन कभी झुके नहीं। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करें और उन ताकतों को कभी सत्ता में न आने दें जिन्होंने अतीत में देश को आपातकाल जैसी त्रासदी दी। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने लोकतंत्र सेनानियों का श्रीफल एवं दुपट्टा पहनाकर सम्मान किया। अंत में, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके प्रयासों से देश में आपातकाल की विभीषिका को स्मरण करने और उससे सीख लेने की परंपरा मजबूत हुई है।
शेखावाटी को मिल रही योजनाओं की सौगात
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने शेखावाटी संभाग के विकास कार्यों की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि खाटू श्यामजी कॉरिडोर के लिए केंद्र सरकार से ₹87 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं और धार्मिक पर्यटन स्थलों पर भी कार्य तेज़ी से चल रहा है। इसके साथ ही करोड़ों की लागत से क्षेत्र में सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि झुंझुनू में सैनिकों के लिए एक विशेष ‘वॉर म्यूजियम’ की योजना पर काम हो रहा है और शेखावाटी की ऐतिहासिक हवेलियों के संरक्षण की दिशा में भी सरकार प्रतिबद्ध है।