इसलिए जा रहे विदेश
एक्सपर्ट वेदप्रकाश बेनीवाल ने बताया कि पांच जून 2019 के बाद विदेश से डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए नीट अनिवार्य है। युवाओं में डॉक्टरी बनने की चाह की वजह से हर साल नीट परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।वर्षवार परिणाम
जून 2024- 20.80दिसंबर 2024- 29.62
जून 2023- 10.22
दिसंबर 2023- 22
जून 2022- 10.61
दिसंबर 2022- 30.8
जून 2021- 23.73
दिसंबर 2021- 23.91
जून 2020- 11.62
दिसंबर 2020- 21.25
(आंकडे़ं प्रतिशत में)
ऐसे समझें परिणाम के मायने
1. विदेश में डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए भी नीट अनिवार्य होने के बाद से लगातार एफएमजीई के परिणाम में लगातार सुधार।
टॉपिक एक्सपर्ट
विदेश में डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए नीट अनिवार्य किए जाने के बाद हालात काफी बदले हैं। डॉक्टरी की पढ़ाई के साथ एमएमजीई की तैयारी करने वाले ज्यादातर युवा पहले या दूसरे चांस में पात्रता परीक्षा में सफलता हासिल कर रहे हैं। यदि पात्रता परीक्षा के लिए मौके तय कर दिए जाए तो और भी परिणाम प्रतिशत में सुधार आ सकता है।– बीएल मील, कॅरियर काउंसलर, सीकर