1. किडनी की परेशानी हुई सही 2014 में चिकित्सकों ने मेरी दोनों किडनी में समस्या बता दी। क्षतिग्रस्त होने पर एक किडनी तो निकलवानी ही पड़ी। दूसरी में 11 एमएम की पथरी होने पर उसके भी दिल्ली व चंडीगढ़ में तीन आॅपरेशन कराए। पर कोई लाभ नहीं मिला। उल्टे दवाओं से रिएक्शन हो गया। एंजाइटी व हाइपर एसीडीटी ने भी जीना मुहाल कर दिया। थक हार कर मैंने योग को अपनाया। स्थानीय कक्षाओं के साथ हरिद्वार के पतंजली केंद्र में प्रशिक्षण के साथ रोजाना दो घंटे योग शुरू किया। नतीजा ये निकला कि जो पथरी अत्याधुनिक तकनीकी उपचार से भी नहीं निकली वह चार साल में अपने आप निकल गई। एसीडीटी व एंजाइटी भी दूर हो गई। अब तो योग जीवन का अनिवार्य हिस्सा है। भले ही बाकी काम छोड़दूं लेकिन रोजाना दो से ढाई घंटे योग करना नहीं छोड़ती।
रुकमणी देवी, पालवास रोड, सीकर। बाइपास सर्जरी की नौबत आई, योग से भगाई मैं नियमित योगाभ्यास करता था, लेकिन 2018 में किन्हीं कारणों से तनाव में रहने से मुझे दिल का दौरा पड़ गया। जयपुर में एंजियोग्राफी हुई तो ह्रदय में 80 से 90 फीसदी के सात ब्लॉकेज बता दिए गए। तीन ब्लॉकेज मुख्य आर्टरीज के मुहाने पर बताते हुए चिकित्सकों ने तुरंत ओपन बाइपास सर्जरी की सलाह दी। पर योग पर भरोसा कर मैंने डा. रविन्द्र धाभाई के सानिध्य में फिर योगाभ्यास शुरू किया। भुजंगासन,ताड़ासन,शलभासन,गोमुखासन,सरसैयासन,त्रिकोणासन,चक्रासन, सर्वांगासन,भद्रासन,वज्रासन सरीखे आसनों व भस्त्रिका, कपालभाती, अनुलोम विलोम, भ्रामरी आदि प्रणायाम कर मैंने 3 महीने 20 दिन बाद दुबारा उसी अस्पताल में जांच करवाई तो सारी रिपोर्ट्स बिल्कुल सामान्य निकली। ये देख चिकित्सक भी दंग रह गए। इसी तरह मार्च 2024 में पुष्कर में पांव फिसलने से गिरने पर सिर में जमे खून के थक्के का उपचार भी मैंने योग से ही किया। मेरा योग करना व यूट्यूब के जरिए सिखाना अब भी जारी है।
योग गुरू केसर देव, पलथाना, सीकर स्लिप डिस्क से मिली बड़ी राहत मुझे स्लिप डिस्क व साइटिका की समस्या ने घेर लिया था। उठना, बैठना व चलना मुश्किल हो गया था। चिकित्सकों को दिखाने पर रीढ़ की हड्डी के एल-5 व एस-1 में समस्या बताई। दर्द की दवाओं के साथ लंबे आराम की सलाह दी गई। इस बीच मैंने योग का सहारा लिया। पूरी सावधानी बरतते हुए मैंने ऊष्ट्रासन, भुजंगासन, श्लभासन
और मरकटासन सरीखे योगासन किए। करीब 15 दिन में ही मुझे बड़ा आराम मिला। तब से योग को नियमित दिनचर्या का हिस्सा बना रखा है। दुर्गा देवी रणवां, पिपराली रोड, सीकर। टॉपिक एक्सपर्ट..
शरीर को किक-स्टार्ट करता है योग योग का अभ्यास करने से शरीर को किक-स्टार्ट मिलता है। जागने पर हमारा शरीर ठंडा और आराम की स्थिति में होता है। योग करने से शरीर गर्म होता है और ऊर्जा का शक्ति केंद्र बनता है। मन भी सक्रिय होकर आंतरिक ज्ञान और मानसिक दृढ़ता की शक्ति को मुक्त करता है। सुबह योग का अभ्यास करने से दिन की शुरुआत सकारात्मक ऊर्जा और शांति से होती है, जिससे दिनभर की चुनौतियों का सामना करने की शक्ति मिलती है। ह्रदय रोग से बचाव के लिए योग बेहद प्रभावी है। ह्रदय, जो शरीर का सबसे नाजुक और महत्वपूर्ण अंग है, असंतुलित दिनचर्या और गलत खानपान के कारण कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकता है। कई ह्रदय रोग जानलेवा भी हो सकते हैं। ऐसे में, सुबह योग का नियमित अभ्यास करने से न केवल आप इन बीमारियों से बच सकते हैं।
डॉ अभिषेक शर्मा, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अधिकारी