नकली मालकिन बन ठगे रुपए पुलिस के अनुसार दूगोली निवासी पेंटिंग ठेकेदार महावीर प्रसाद पुत्र जीवणराम ने एक अप्रैल को रिपोर्ट देकर बताया कि सीकर निवासी मुंशीराम ने नेहरु पार्क के पीछे करीब साढे आठ बीघा जमीन का सौदा करवाया। इसके लिए मुंशीराम ने जयपुर में एक महिला को मीरा देवी व साथ के लोगों को बेटा, बहु व भतीजा बताकर जमीन की साई पेटे 90 लाख रूपये भतीजे को दिलवा दिये। इसके बाद कब्जा देने की बात पर वे टालमटोल करने लगे। इस पर जब उसे शक हुआ तो उसने जमीन की दिल्ली निवासी मालकिन मीरा देवी से संपर्क किया तो उसने जमीन का कोई सौदा नहीं होने की बात कही। तब उसे ठगी का अहसास हुआ।
यूं पकड़े गए आरोपी आरोपियों की धड़पकड़ के लिए पुलिस की विशेष टीम गठित की गई। टीम ने जयपुर में आरोपी जिस होटल में रुके वहां का रिकॉर्ड खंगाला। फिर नकली मीरा के भतीजे बने आरोपी के मो.नं. की काॅल डिटेल जांची। इसके बाद षडयंत्र मे शामिल लोगों को नामजद कर अलग- अलग जगहों से गिरफ्तार किया। टीम में थानाधिकारी सुनिल जांगिड़ के अलावा एएसआई तुफान सिंह, कांस्टेबल दिनेश कुमार, दलीप कुमार, राजकुमार व सुमित्रा की अहम भूमिका रही।
पहले भी कर चुके वारदात आरोपी पहले भी कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। जीतू सांसी उर्फ जितेंद्र राणा उर्फ दलीप के खिलाफ जयपुर में तीन, बलवीर के खिलाफ सीकर में आठ व विमला के खिलाफ दिल्ली में एक मुकदमा दर्ज मिला है।