घटना जिले के सरई वन क्षेत्र के कनवार-लांघिया जंगल की है। सोमवार की शाम चार बजे बेलगांव निवासी आरती जायसवाल अपनी बेटी रोशनी (9) व एक अन्य महिला के साथ लकड़ी बीनने गई थी। यहां घने जंगल के बीच झाड़ियों में छिपे तेंदुए(Leopard) ने हमला कर दिया।
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तेंदुए ने हमले से वे घबराकर भागने लगे। इस बीच तेंदुए ने बेटी रोशनी की गर्दन को मुंह में दबोंच लिया। लोगों का शोर सुनकर तेंदुआ भाग निकला। बच्ची के गर्दन पर तेंदुए ने दांतों से गहरा घाव किया, जिससे काफी खून बह गया। सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी थी। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
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जंगल
में तेंदुए ने घात लगा उन पर हमला किया। पहले तो वे बेसुध भागने लगीं। फिर बेटी रोशनी के ख्याल में रोशनी वापस लौटी। वह तेंदुए के मुंह में फंसी बेटी को बेबस देख रही थी। साहस दिखा वह तेंदुए से भिड़ गई और उसे वहां से भगा दिया, लेकिन वह बेटी को बचा न सकी।