इसलिए नहीं कर रहे आवेदन
सिरोही आगार व आबूरोड डिपो में कार्यरत सभी बस सारथी कम मानदेय, यात्रियों से राजस्व उगाही का टारगेट और टिकट जांच में मामूली चूक पर ब्लैक लिस्ट करने जैसी शर्तों का विरोध कर रहे हैं। निगम की ओर से नया टारगेट 35 रुपए प्रति किलोमीटर राजस्व व 3 बस सारथियों को ब्लैक लिस्ट करने का निर्णय लिया था। जिससे उनमें रोष है। ऐसे में सिरोही आगार में पूरे दिन यात्रियों की भीड़ देखने को मिली। बस सारथी काम पर नहीं आने से अधिकांश रूटों पर रोडवेज की बसें नहीं चल पाई, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई।उदयपुर व जोधपुर रूट पर अधिकांश बसें निरस्त
बस सारथियों के काम पर नहीं आने से उदयपुर व जोधपुर रूट पर चलने वाली अधिकांश रोडवेज बसें नहीं चल पाई। जिससे यात्रियों को आवाजाही में काफी परेशानी हुई। सिरोही आगार में 15 व आबूरोड में 10 रूट निरस्त हुए। मंगलवार को पूरे दिन सिरोही से उदयपुर के लिए सिर्फ चार रोडवेज बसें संचालित हुई, वो भी तीन-तीन घंटे के अंतराल में। इधर, आबूरोड से सिर्फ एक बस ही संचालित हुई। ऐसे में यात्रियों को निजी वाहनों में सफर कर गंतव्य स्थान पर पहुंचना पड़ा।हर रोज 4.20 लाख के राजस्व का नुकसान
बस सारथियों की ओर से काम नहीं करने पर सिरोही व आबूरोड में डिपो में प्रतिदिन करीब 12 हजार किलोमीटर का सफर निरस्त हो रहा है। सिरोही आगार में 5 हजार व आबूरोड आगार में 7 हजार किलोमीटर का सफर प्रतिदिन निरस्त हो रहा है। ऐसे में रोडवेज को हर रोज करीब 4.20 लाख रुपए के राजस्व का नुकसान झेलना पड़ रहा है।इनका कहना
रोडवेज निगम में कार्यरत बस सारथियों की ओर से इस महीने आवेदन नहीं करने पर सिरोही आगार में 15 रूट बंद हो गए हैं। बस सारथियों को हर महीने आवदेन करना होता हैं, लेकिन इस बार नहीं किया। सिरोही में 20 बस सारथी कार्यरत थे। हालांकि स्थाई कर्मचारियों से काफी रूटों पर बसों का संचालन किया जा रहा है, लेकिन उदयपुर, जोधपुर समेत अन्य रूटों पर बसें कम चली है। सिरोही आगार में 5 हजार किलोमीटर का सफर प्रतिदिन निरस्त हो रहा है।यशवंत राज, मुख्य प्रबंधक, रोडवेज आगार, सिरोही