बिना फटे खेतों में दब गए बम
2001 की आगजनी में बम और रॉकेट बिना फटे खेतों में दब गए। सेना ने सर्च अभियान चलाया, लेकिन कई बम अब भी रेत में छिपे हैं। किसानों को खेती के दौरान ये बम मिलते रहते हैं, जिससे जान-माल का खतरा बना रहता है। 2023 में इंदिरा गांधी नहर की रि-लाइनिंग के दौरान एक साथ 15 रॉकेटनुमा बम मिले। सेना की टीम ने बमों को महाजन फील्ड फायरिंग रेंज ले जाकर निष्क्रिय किया।
किस साल मिले कितने बम और रॉकेट
2008- 032009- 03
2011- 04
2013- 04
2014- 02
2015- 07
2016- 04
2017- 07
2018- 09
2019- 05
2020- 03
2021- 13
2022- 03
2023- 19
2024-25- 05
हादसों ने बढ़ाई चिंता
12 सितंबर 2013 को 5 एलएल का एक बालक बकरियां चराते समय खेत में मिला जिंदा मोर्टार बम सूरतगढ़ के वेयरहाउस के पास ले आया। बम तोड़ते समय विस्फोट से बालक और एक बकरी की मौत हो गई।