जानकारी अनुसार नगरपालिका सभागार में हुई बैठक में एसडीएम श्योराम ने कहा कि राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा सप्ताह के तहत हादसों से बचाव के लिए सुगम यातायात भी अहम बिंदू है। ऐसे में मुख्य बाजार में यातायात सुगम बनाने के लिए दुकानों के सामान रखकर या अन्य किसी तरीके से किया अतिक्रमण हटाना जरूरी है। इसके लिए उन्होंने दुकानदारों को खुद आगे आने का आह्वान किया। एसडीएम का कहना था कि इससे जहां बाजार के सौंदर्यकरण में वृद्धि होगी। वहीं, आवागमन भी सुचारू होगा। इओ संदीप बिश्रोई ने कहा कि बाजार में खड़ी रेहडिय़ों के लिए पुरानी धानमंडी पिड़ों में जगह निर्धारित कर दी जाएगी। इसके लिए पालिका टीम की ओर से कार्य योजना तैयार की जा रही है। सीआइ सुरेंद्र प्रजापत ने भी दुकानदारों से व्यवस्था में सहयोग का आह्वान किया।
इस दौरान विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने अपनी समस्याएं रखने के साथ सुझाव भी दिए। दुकानदारों का कहना था कि मुख्य बाजार में भारी वाहनों को देर तक रुकने पर प्रतिबंध लगाया जाए। इसके अलावा उन्होंने नाली बनाकर दुकान की सीमा तय करने व अतिक्रमण को लेकर बिना किसी भेदभाव के कार्रवाई करने की बात कही। मौके पर किरयाणा यूनियन संघ अध्यक्ष शम्पी गुम्बर, सचिव शुभम अरोड़ा, फल-सब्जी वेंडर यूनियन अध्यक्ष मोहन कल्याणा, दवा विक्रेता संघ से राकेश मुटनेजा, प्रकाश जोशी, राजेंद्र भादू, ललित बंसल, वस्त्र विक्रेता संघ से सोमनाथ डंग, सोनू चावला, मिष्ठान विक्रेता संघ से घनश्याम दास, विजय मिगलानी, फुटवियर विक्रेता संघ से योगेश डाबरिया के अलावा मंडी समिति से कार्मिक रजत भाटी व अधिवक्ता विनय गर्ग आदि भी मौजूद थे।
पालिका ने बनाई प्रत्येक दुकान की कुंडली
बैठक के दौरान इओ संदीप बिश्नोई ने कहा कि मुख्य बाजार की सभी दुकानों के स्वीकृत साइज के साथ अवैध तरीके से कब्जाई गई जगह संबंधी दस्तावेज तैयार किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में नगरपालिका में फाइल तैयार की गई है जिसकी पीडीएफ सोशल मीडिया के माध्यम से संगठनों के पदाधिकारियों को भेज दी जाएगी। उन्होंने कहा कि तय समय अवधि के बाद मामले में निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। वहीं, एक सप्ताह बाद प्रस्तावित बैठक में इस संबंध में रूपरेखा तैयार कर अवगत करवा दिया जाएगा।