जानकारी अनुसार दो युवक एसबीआइ व इसके सामने स्थित बैंक कियोस्क पर आने जाने वाले लोगों को लोन दिलाने की बात कह रहे थे। इस दौरान अपराह्न करीब तीन बजे यहां के सूरज मोंगा व मोंटी मोंगा को दोनों युवकों पर संदेह होने पर उन्होंने पुलिस को मामले की सूचना दी। साथ ही बजाज फाइनेंस से जुड़े कार्मिक सूरज वर्मा को भी घटनाक्रम के बारे में बताया। पुलिस ने वहां पहुंचकर युवकों से पूछताछ की तो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इस दौरान वहां खड़े गुरप्रीत सिंह निवासी वार्ड एक व तरसेम सिंह निवासी 45 एफ ने लोन के नाम पर उन्हें 750-750 रुपए देने की बात कही। इस पर युवकों को थाने लाया गया। वहां पर उन्होंने अपना नाम संजय नायक व वकील सिंह निवासी नौ एफए माझीवाला बताया। वहीं, किसी फाइनेंस कंपनी में काम नहीं करने की बात भी स्वीकारी।
दो जनों ने सौंपा परिवाद
उधर, मामला सामने आने पर तरसेम सिंह पुत्र सुखदेव सिंह मजहबी निवासी 45 एफ व गुरप्रीत सिंह पुत्र बोहड़ सिंह निवासी वार्ड एक ने उक्त दोनों युवकों के खिलाफ लाखों रुपए का लोन दिलाने के नाम पर 750-750 रुपए लेने का आरोप लगाया। वहीं, पुलिस को परिवाद देकर मामले में कार्रवाई की मांग की। परिवादियों का कहना था कि लोन पास करने की प्रक्रिया में उनके मोबाइल व ओटीपी नंबर भी उपयोग किए गए। ऐसे में उन्हें कोई साइबर ठगी की भी आशंका है। सीआइ रामप्रताप वर्मा ने बताया कि मामले को लेकर युवकों से पूछताछ की जाएगी। फिलहाल उन्हें शांति भंग की आशंका में गिरफ्तार किया गया है।