कब जागेगा सिस्टम? पंजाब एरिया में बीकानेर कैनाल से खुलेआम पानी चोरी, कार्रवाई महज दिखावा
पंजाब एरिया में बीकानेर कैनाल और खखां हैड से शिवपुर हैड तक हो रही पानी की चोरी,कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति


- श्रीगंगानगर.पंजाब क्षेत्र में बीकानेर कैनाल और खखां हैड से शिवपुर हैड तक सिंचाई पानी की अवैध चोरी का खेल लगातार जारी है। जल संसाधन विभाग और जिला प्रशासन की अनदेखी के चलते यह धंधा दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। हालात ये हैं कि हर साल खरीफ और रबी सीजन में सिंचाई पानी की किल्लत के चलते किसानों को आंदोलन करना पड़ता है, लेकिन चोरी रोकने के प्रयास महज औपचारिकता बनकर रह गए हैं।
- कहावत है— च्आग लगने पर कुआं खोदनाज्, और यह मुहावरा यहां जल संसाधन विभाग और प्रशासन पर बिल्कुल सटीक बैठता है। कार्रवाई तभी होती है, जब किसान आंदोलन का अल्टीमेटम देते हैं या जब संकट सिर पर आ जाता है। सवाल ये है कि आखिर सालभर नियमित निगरानी और दोषियों पर कठोर कार्रवाई क्यों नहीं होती?
15 किलोमीटर में चल रहा खुलेआम खेल
- बीकानेर कैनाल के पंजाब क्षेत्र में खासकर 45 आरड़ी से सखां हैड तक और खखां हैड से शिवपुर हैड तक करीब 15 किलोमीटर लंबा इलाका पानी चोरी का गढ़ बना हुआ है। किसान अवैध रूप से पाइपें लगाकर नहर से पानी निकालते हैं। यह सब विभाग और प्रशासन की जानकारी में है, लेकिन हर बार की तरह खानापूर्ति कर ली जाती है। इस पानी की चोरी के कारण निचले क्षेत्र के किसानों तक पानी नहीं पहुंचता।
कार्रवाई की पहले ही लग गई भनक
- गंगनहर प्रोजेक्ट के चेयरमैन हरविंद्र सिंह गिल ने बताया कि रविवार रात पुलिस और जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता के साथ टीम शिवपुर हैड पर पहुंची, लेकिन किसानों को इसकी पहले ही भनक लग गई। चोरी कर रहे किसान मौके से पाइप हटाकर फरार हो गए। कुछ पाइपें जब्त जरूर की गईं, लेकिन सोमवार तक एफआईआर तक दर्ज नहीं हो सकी।
बारानी जमीन पर चोरी से खेती
- गिल ने बताया कि खखां हैड से शिवपुर हैड तक दोनों ओर बारानी जमीन है। यहां सिंचाई के लिए नहरी पानी का कोई अधिकार नहीं है, फिर भी किसान धड़ल्ले से अवैध पानी चोरी कर फसलें उगा रहे हैं। गिल ने सवाल उठाया कि पिछले कई वर्षों में किसी भी अधिकारी ने न तो कोई ठोस कार्रवाई की और न ही चोरी करते हुए किसी को रंगेहाथ पकड़ा।
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