एसडीओपी परमेश्वर तिलकवार ने बताया कि बुधवार को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर थाना चिंतलनार से जिला बल एवं कैप पुलनपाड़ से 223वीं बटालियन
सीआरपीएफ की संयुक्त टीम को एरिया डोमिनेशन एवं नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए ग्राम किस्टावरम व आस-पास के क्षेत्र में रवाना किया गया था। अभियान के दौरान टीम ने तीन संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़कर पूछताछ की, जिनकी पहचान मड़कम भीमा, मड़कम लखमा और हेमला नंदा के रूप में हुई।
Naxal News: तीनों नक्सल संगठन में सक्रिय रूप से कार्यरत थे
पुलिस के अनुसार, मड़कम भीमा डीएकेएमएस अध्यक्ष है और उस पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित था। मड़कम लखमा आरपीसी मिलिशिया का डिप्टी कमांडर और हेमला नंदा मिलिशिया सदस्य है। तीनों नक्सली प्रतिबंधित नक्सल संगठन में सक्रिय रूप से कार्यरत थे। गिरफ्तार नक्सलियों के खिलाफ थाना चिंतलनार में वर्ष 2024 में ग्राम जब्बागट्टा के दो ग्रामीणों को पुलिस मुखबिरी के शक में अपहरण कर हत्या करने का मामला दर्ज है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
बीजापुर में 4 प्रेशर आईईडी बरामद
Naxal News: बीजापुर जिले में एक बार फिर सुरक्षा बलों की सतर्कता और सूझबूझ ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। कोबरा 204 की टीम ने एरिया डॉमिनेशन ड्यूटी के दौरान चार प्रेशर आईईडी बरामद किए, जिन्हें बीयर बॉटल में छिपाकर रास्ते में प्लांट किया गया था।
जानकारी के अनुसार, कोबरा 204 की टीम भीमाराम स्थित जेडीएफ कैंप से पुसगुफा की ओर एरिया डॉमिनेशन पर निकली थी। इस दौरान भीमाराम से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर संदिग्ध गतिविधि की सूचना पर सर्च ऑपरेशन तेज किया गया, जहां नक्सलियों द्वारा बीयर बॉटल में फिट किए गए 4 प्रेशर आईईडी बरामद किए गए।
बीडी टीम ने तत्परता दिखाते हुए सभी
आईईडी को मौके पर ही सुरक्षित तरीके से नष्ट कर दिया, जिससे एक बड़ी अनहोनी टाली जा सकी। नक्सली सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की साजिश में लगे थे। अगर यह विस्फोटक समय पर नहीं पकड़े जाते, तो यह सुरक्षा बलों या आम नागरिकों के लिए जानलेवा साबित हो सकते थे।