Naxal Fake Encounter: ग्रामीणों के ऊपर फायरिंग करने का लगाया आरोप
दक्षिण बस्तर डिविजन के सचिव गंगा ने प्रेस नोट जारी हुए इस मुठभेड़ को फर्जी बताया हुए प्रेस नोट में कहा गया है कि चिंतावागू नदी मछली पकड़ने के दौरान नदी किनारे सोए हुए ग्रामीणों के ऊपर
फायरिंग करने का आरोप लगाया है, फायरिंग के दौरान कवासी भीमा जान बचाने भागते समय गोली लगने से नदी में गिरा गया, घंटो तलाश करने के बाद ग्रामीणों ने नदी से शव बरामद किया।
साथ कवासी बंडी और माड़वी भीमा को जबरन पकड़ कर सुरक्षा बल द्वारा ले जाने का आरोप लगाया है। पुलिस द्वारा पकड़े गए लोगों को छुड़ाने गए ग्रामीणों के साथ मारपीट की और पंद्रह हजार लुटने का आरोप लगाया है।
मुठभेड़ समाप्ति पश्चात घटना स्थल व आस-पास एरिया की सर्चिंग करने पर नक्सलियों का अस्थाई कैप मिला जिसे सुरक्षाबलों द्वारा ध्वस्त किया गया एवं नक्सलियों द्वारा छूपाये (डप) पाईप बम, तीर बम, जिलेटिन रॉड, कोर्डेक्स वायर, त्रिपाल, नोट बुक व अन्य दैनिक उपयोगी सामाग्री बरामद कर अस्थाई कैप को ध्वस्त दिया गया।
चिंतावागू नदी के किनारे हुई मुठभेड़, कुछ देर चली गोलीबारी
Naxal Fake Encounter: पुलिस ने इस मुठभेड़ को लेकर बताया कि सुकमा जिले के चिंतलनार थाना क्षेत्रान्तर्गत माओवादियों के कोर जोन चिंतावागू नदी में किनारे सुरक्षा बलों का पीएलजीएल बटालियन एवं जगरगुण्डा एरिया कमेटी के नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई।
23 सितबर 2024 को सुरक्षा बलों की संयुक्त पार्टी ग्राम करकनगुड़ा व आस-पास क्षेत्र की ओर
नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना हुए थे कि अभियान के दौरान नक्सलियों के जगरगुण्डा एरिया कमेटी व पीएलजीएल बटालियन सदस्यों से चिंतावागू नदी के किनारे रात्रि से सुबह तक रूक-रूक कर मुठभेड़ हुई।
जिसमें 02 नक्सलियों के मारे जाने की पुता सूचना प्राप्त होने बात कही। चिंतावागू नदी में पानी की अधिक होने एवं नक्सलियों की ओर से लगातार फायंरिग होने के कारण नक्सली अपने साथियों के शव को ले जाने मे सफल हो गए।