पाउलिनी पिछले साल फाइनल में हार झेलने वाली इतालवी टीम में भी शामिल थीं। लेकिन इस बार उन्होंने पिछली गलतियों से सबक लेते हुए हाथ आया मौका नहीं गंवाया। विश्व नंबर चार खिलाड़ी पाउलिनी ने स्लोवाकिया की रेबेका स्रेमकोवा को 6-2, 6-1 से हरा दिया। इसके बाद लुसिया ब्रोंजेटी ने विक्टोरिया हारुनकाकोवा को 6-2, 6-4 से हराकर इटली को 11 साल बाद यह खिताब जिताया।
विजेता इटली की टीम को इस खिताबी जीत से 20.28 करोड़ रुपए की इनामी राशि मिली है। इटली ने इससे पहले 2006, 2009, 2010 और 2013 में फेड कप जीता था, यह उसका पहला बिली जीन किंग कप खिताब है। वहीं स्लोवाकिया की टीम एकमात्र बार 2002 में फेड कप जीत चुकी है। लेकिन इस बार उसे उपविजेता बनकर संतोष करना पड़ा।
इटली की महिला टीम की जीत से इटली टेनिस जगत का नया पावरहाउस बनकर उभरा है। इटली की पुरुष टीम ने पिछले साल डेविस कप खिताब जीता था। उसके पुरुष एकल खिलाड़ी जेनिक सिनर नंबर-1 बने हुए हैं और हाल में उन्होंने एटीपी फाइनल्स का खिताब जीता है।