दरअसल, शनिवार को पृथ्वीपुर में नारी शक्ति सम्मेलन में आए सीएम मोहन यादव को प्रतिमा का अनावरण करना था, लेकिन समयाभाव के कारण ऐसा संभव नहीं हुआ। मामले में यह भी कहा जा रहा है कि नगर के अधिवक्ता करुणेश साहू ने सीएम के नाम पर पृथ्वीपुर एसडीएम सतीश वर्मा को ज्ञापन देकर अनावरण न करने की मांग की थी। कहना था कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी निर्देश के अनुरूप प्रतिमा नहीं लगाई गई है। जिस जगह प्रतिमा स्थापित है वह विधिवत आवंटित भी नहीं की गई है। (ahilyabai statue controversy)
रात को हटाया शिलालेख
सीएम के कार्यक्रम के बाद इस प्रतिमा पर लगाया गया शिलालेख हटा दिया गया। इसके बाद लोगों ने मामले पर नाराजगी जाहिर की है। पाल समाज की आनंदी पाल ने किसी भी अतिथि के द्वारा प्रतिमा पर माल्यार्पण न करने और समाज के किसी भी नेता को मंच पर जगह न देने की निंदा की है। (ahilyabai statue controversy)
सीएमओ ने कहा ये
सीएमओ मेहमूद हसन ने कहा कि शिलालेख पर सीएम का नाम था, लेकिन उन्होंने अनावरण नहीं किया। समयाभाव के कारण वह यहां नहीं आए थे। ऐसे में जिन अतिथियों ने अनावरण किया है उनके नाम की पट्टिका लगाई जाएगी। वहीं, अधिवक्ता करुणेश साहू ने बताया कि प्रशासन और नगर परिषद को पार्टी बनाकर कोर्ट में रिट पिटिशन दायर की जाएगी। मैं प्रतिमा लगाने का विरोधी नहीं हूं, लेकिन महापुरुषों की प्रतिमा पूरे सम्मान, नियम से लगाई जानी चाहिए। (ahilyabai statue controversy)