अरावली पर्वतमाला की गोद में बसा माउंट आबू राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है। जब पूरा राजस्थान तपती गर्मी में झुलस रहा होता है, तब माउंट आबू की वादियाँ ठंडी हवाओं और हरियाली से सजी होती हैं। यही वजह है कि माउंट आबू को राजस्थान का स्विट्जरलैंड, कहा जाता है।
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इन इलाकों में हैं पाकिस्तानियों की बस्तियां, पहलगाम हमले के बाद अब… माउंट आबू की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं यहाँ के शांत झीलें, घने जंगल, ठंडी हवाएँ और बादलों से लिपटे पहाड़। नक्की झील में नाव की सैर करना, गुरु शिखर से सूरज उगते और ढलते देखना और दिलवाड़ा जैन मंदिरों की अद्भुत नक्काशी देखना हर पर्यटक के लिए एक यादगार अनुभव बन जाता है।
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18 लाख कमाता हूं, खुश रहेगी आपकी बेटी, ससुर ने भी दे दिए पचास लाख… फिर हुआ बहुत बड़ा खुलासा गर्मी के मौसम में राजस्थान समेत देश के अन्य राज्यों के लोग अक्सर माउंट आबू का रुख करते हैं ताकि कुछ दिन ठंडी फिजाओं में सुकून पा सकें। यहाँ का तापमान मई.जून में भी अन्य हिस्सों के मुकाबले काफी कम रहता है। हर साल लाखों पर्यटक देश.विदेश से माउंट आबू घूमने आते हैं।
माउंट आबू केवल प्रकृति प्रेमियों के लिए ही नहीं, बल्कि धार्मिक आस्था रखने वालों के लिए भी खास है। यहाँ भगवान दत्तात्रेय की तपोभूमि मानी जाने वाली गुरु शिखर चोटी है। साथ ही जैन धर्म के प्रमुख तीर्थ दिलवाड़ा मंदिर भी यहीं स्थित हैं, जो अपनी अद्भुत संगमरमर की नक्काशी के लिए प्रसिद्ध हैं।
अगर आप भी इस गर्मी में किसी ऐसी जगह की तलाश में हैं जहाँ ठंडी हवा, प्राकृतिक सुंदरता और शांति मिले, तो माउंट आबू से बेहतर कोई विकल्प नहीं हो सकता है।