scriptग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर महिलाओं ने बदली अपनी तकदीर, 77151 महिलाएं बनीं आत्मनिर्भर | Women changed their destiny by joining the Rural Livelihood Mission, 77151 women became self-reliant | Patrika News
उमरिया

ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर महिलाओं ने बदली अपनी तकदीर, 77151 महिलाएं बनीं आत्मनिर्भर

जिले में कुल 6324 स्व सहायता समूहों का किया जा चुका है गठन

उमरियाNov 25, 2024 / 04:07 pm

Ayazuddin Siddiqui

जिले में कुल 6324 स्व सहायता समूहों का किया जा चुका है गठन

जिले में कुल 6324 स्व सहायता समूहों का किया जा चुका है गठन

घूंघट की आड़ में रहने वाली महिलाएं अब ग्रामीण आजीविका मिशन से जुडकऱ आत्म निर्भरता के पथ पर निरंतर अग्रसर हो रही हंै। स्व सहायता समूहों का गठन कर विभिन्न उत्पादों को तैयार करते हुए उनका विक्रय कर रही हंै एवं परिवार का बेहतर ढंग से संचालन कर रही हैं।
जिले में कुल 6324 स्व सहायता समूहों का गठन किया जा चुका है जिसके अंतर्गत 77151 महिलाएं जुड़ चुकी हैं। समूहों के ग्राम स्तरीय संघ ग्राम संगठन जो ग्राम स्तर पर सभी समूहों को जोड़ कर गठन किया जाता है। जिले में 504 ग्राम संगठन गठित हंै। इसी तरह 30 गावों के परिसंघ वाले कुल 20 संकुल स्तरीय संगठनों का गठन किया गया है। जिले में 4116 स्व सहायता समूहों से जुड़े परिवारों को रिवाल्ंिवग फंड उपलब्ध कराया गया है। जो अपनी छोटी-छोटी आवश्यकताओं की पूर्ति ऋण लेकर करते हैं। सामुदायिक निवेश निधि के तहत जिले में 2356 स्व सहायता समूहों को 1647.70 लाख सामुदायिक निवेश निधि महिलाओं को ऋण के रूप में उपलब्ध कराई जा चुकी है। बैंक से 2249 स्व सहायता समूहों के 2372 लाख वितरित किए गए हैं। जिले अंतर्गत गठित सभी समूहों उनके लेखा संधारण का कार्य 3753 बुककीपर द्वारा किया जा रहा है। इसी तरह समूहों सदस्यों के बैंक लिंकेज में सहयोग करने के लिए 42 बैंक सखी एवं 56 बीसी सखी कार्यरत हैं। कृषि संबंधी जानकारी एवं प्रशिक्षण के लिए 184 व पशुपालन संबंधी जानकारी एवं प्रशिक्षण के लिये 90 सीआरपी, 40 कौशल सखी और 70 ई-सीआरपी, 64 जेण्डर सीआरपी, 74 पोषण सखी कार्यरत हैं।
12337 लखपति दीदी का लक्ष्य
उमरिया जिले को लखपति दीदी का लक्ष्य 12337 दिया गया है सभी लक्ष्य के अनुसार सभी हितग्राहियों का चयन किया गया है। इनकी आमदनी बढ़ाने के उदे्दश्य से जिले में 152 लखपति सीआरपी को तैनात किया गया है। लखपति सीआरपियों के द्वारा चिन्हित हितग्राहियों को प्रशिक्षण प्रदाय किया जा रहा है। जिससे की उनकी 02 वर्ष की अवधि में लखपति परिवारों की सालाना आय एक लाख रूपये से ऊपर की जाएगी। कृषि, पशुपालन, लघु व्यवसाय संबंधी गतिविधियां संचालित की जा रही हंै। मिशन प्रारंभ से अब तक आरसेटी के माध्यम से 3581 महिलाएं एवं पुरूषों का प्रशिक्षण एवं डीडीयूजेकेवाय के माध्यम से 1007 महिलाएं एवं पुरूषों को प्रशिक्षित कर 648 महिलाएं एवं पुरूषों को नियोजित किया गया है।

Hindi News / Umaria / ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर महिलाओं ने बदली अपनी तकदीर, 77151 महिलाएं बनीं आत्मनिर्भर

ट्रेंडिंग वीडियो