2023 में हुई थी शादी
युवती रसूलपुर गांव की रहने वाली है। युवती के मुताबिक, उसका विवाह 17 मई 2023 को जौनपुर के केराकत क्षेत्र के चौरा गांव निवासी शादाब अंसारी से हुआ था। शादी में पिता ने अपनी हैसियत के अनुसार उपहार और गृहस्थी का सामान दिया था।
4 पहिया वाहन नहीं देने पर करने लगे उत्पीड़न
कुछ महीने बाद शादाब को सऊदी अरब में नौकरी मिल गई। नौकरी लगते ही ससुराल वालों का रवैया बदलने लगा। परिवार के लोगों ने शाइस्ता से चारपहिया वाहन की मांग शुरू कर दी। जब यह मांग पूरी नहीं हुई, तो उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। उसे बार-बार उसके रंग को लेकर ताने दिए गए और कुरूप कहकर अपमानित किया गया। इसके बाद ससुराल वालों ने उसे मायके भेज दिया।
पुलिस आयुक्त ने दिए जांच के आदेश
मामले की शिकायत लेकर युवती ने पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल से मिली। उसने कहा, ‘साहब! रंग-रूप को लेकर बार-बार ताने दिए गए। पति ने ‘काली’ और ‘कुरूप’ बताकर साथ रहने से मना कर दिया और घर से निकाल दिया। अब मैं बेसहारा हो गई हूं। मुझे न्याय चाहिए।” इस पर पुलिस आयुक्त ने मामले की जांच के निर्देश दिए। प्रारंभिक जांच के आधार पर बड़ागांव थाने में शाइस्ता के पति शादाब अंसारी और ससुराल पक्ष के अन्य सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है।