चुनावों के लिए दो संभावित समय सीमाएं निर्धारित की हैं
मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने कम्फर्ट एरो के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय संकट समूह के एक प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए पुष्टि की कि सरकार ने चुनावों के लिए दो संभावित समय सीमाएं निर्धारित की हैं। बयान के अनुसार उन्होंने समूह को आश्वासन दिया कि इन तारीख़ों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
किसी भी प्रकार की मांग के कारण मतदान में कोई देरी नहीं होगी
यूनुस ने चुनाव कराने की प्रशासन की योजना के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की मांग के कारण मतदान में कोई देरी नहीं होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि राजनीतिक दल चुनाव से पहले केवल सीमित सुधारों की मांग करते हैं, तो चुनाव दिसंबर में होंगे। हालांकि, अगर वे व्यापक सुधारों का अनुरोध करते हैं, तो चुनाव अगले साल जून में होंगे। उन्होंने कहा, “हमारा चुनाव की तारीख़ें बदलने का कोई इरादा नहीं है।” उन्होंने जोर देते हुए कहा कि चुनाव की प्रक्रिया स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से संपन्न की जाएगी।