अमेरिका की कम्युनिस्ट विरोधी चौकी है दक्षिण कोरिया
रिपोर्ट के मुताबिक इस स्ट्रैटजी को वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की केंद्रीय समिति ने पेश किया है जो उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन के नेतृत्व में प्लान किया गया है। इस पर एक व्यापक बैठक के दौरान किम जोंग दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान के बीच सैन्य सहयोग पर “आक्रामकता के लिए एक परमाणु सैन्य ब्लॉक” में विस्तार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया “अमेरिका की एक पूरी तरह से कम्युनिस्ट विरोधी चौकी” में बदल गया है। रिपोर्ट ने किम जोंग के बयान को भी रिपोर्ट किया है। किम जोंग ने उत्तर कोरिया की सेना को अब युद्ध लड़ने की क्षमताओं को बढ़ाने का निर्देश दिया है।
2023 में भी किम जोंग उन ने उठाया था ये कदम
बता दें कि दिसंबर 2023 में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग अमेरिका के दुश्मनी बढ़ाने वाले कदमों के जवाब में सेना को, जिसमें उसका परमाणु कार्यक्रम भी शामिल है, युद्ध की तैयारियों को ‘तेज़’ करने का निर्देश दिया था। उस समय KCNA ने रिपोर्ट की थी कि उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग देश की सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की बैठक में युद्ध की तैयारियों को और तेज़ करने के लिए पीपुल्स आर्मी (उत्तर कोरिया की सेना) और युद्ध सामग्री उद्योग, परमाणु हथियार और नागरिक सुरक्षा क्षेत्रों के लिए प्लान निर्धारित किए थे। किम जोंग ने ये भी कहा कि उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच ‘अभूतपूर्व’ टकरावों के कोरियाई प्रायद्वीप पर ‘सैन्य स्थिति’ ‘चरम’ हो गई है।