Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam terror attack) के बाद भारत ने हमले के एक संदिग्ध की तलाश में श्रीलंकाई विमान (SriLankan Airlines security check) ) की कोलंबो में तलाशी ली गई, पर कोई संदिग्ध नहीं मिला। पूरे क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और बढ़ गई है। जानकारी के अनुसार श्रीलंका एयरलाइंस की उड़ान UL 122, जो चेन्नई से कोलंबो पहुंची थी, भारत ( India) की एक खुफिया सूचना (intelligence information) के आधार पर स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों ने जांच की। भारतीय खुफिया अधिकारियों से जानकारी मिली थी कि इस विमान में पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ा संदिग्ध मौजूद हो सकता है।
चेन्नई नियंत्रण केंद्र से अलर्ट मिलने के बाद तलाशी ली
श्रीलंका के डेली मिरर अखबार ने बताया, “विमान 4आर-एएलएस द्वारा संचालित उड़ान यूएल 122, शनिवार सुबह 11.59 बजे चेन्नई से कोलंबो पहुंची। विमान के हवाई अड्डे पर लैंड करने के बाद व्यापक सुरक्षा जांच की गई। भारत में वांछित एक संदिग्ध के बारे में चेन्नई क्षेत्रीय नियंत्रण केंद्र से अलर्ट मिलने के बाद स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय में तलाशी ली गई।” हालांकि जांच में कोई संदिग्ध नहीं मिला, लेकिन इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि सुरक्षा एजेंसियां क्षेत्रीय स्तर पर एकजुट होकर आतंकियों पर शिकंजा कस रही हैं।
सुरक्षा व्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय सहयोग
श्रीलंका की पुलिस, एयरफोर्स और एयरपोर्ट सुरक्षा ने इस तलाशी में एकजुटता दिखाई। भारत की ओर से इस प्रकार की सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई दर्शाती है कि भारत अब न केवल आतंकी हमलों के जवाब में सख्त रुख अपना रहा है, बल्कि सहयोगी देशों को भी सुरक्षा मामलों में सक्रिय भूमिका में ला रहा है।
भारत ने सैन्य स्तर पर व्यापक दबाव बनाना शुरू किया
पहलगाम आतंकी हमला केवल एक स्थानीय घटना नहीं, बल्कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और कूटनीति को प्रभावित करने वाली बड़ी घटना बन चुकी है। भारत ने इस हमले को बेहद गंभीरता से लिया है और इसके जवाब में पाकिस्तान पर कूटनीतिक, आर्थिक और सैन्य स्तर पर व्यापक दबाव बनाना शुरू कर दिया है। आने वाले दिनों में यह तनाव और भी निर्णायक मोड़ ले सकता है।
श्रीलंका पुलिस, वायु सेना और एयरपोर्ट सुरक्षा इकाइयों की संयुक्त कार्रवाई
हालांकि विमान में कोई संदिग्ध नहीं मिला, लेकिन श्रीलंका पुलिस, वायु सेना और एयरपोर्ट सुरक्षा इकाइयों की संयुक्त कार्रवाई ने दिखाया कि भारत की सुरक्षा चेतावनियों को गंभीरता से लिया जा रहा है। इस जांच के चलते सिंगापुर के लिए अगली उड़ान UL 308 में देरी हुई, लेकिन विमान को बाद में आगे की यात्रा के लिए क्लियर कर दिया गया।
प्रधानमंत्री मोदी का सख्त संदेश: “निर्णायक कार्रवाई करेंगे”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की इस नीति को अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी स्पष्ट किया। अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ लौरेंको के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा: “हम आतंकवादियों और उनका समर्थन करने वालों के खिलाफ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पहलगाम हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं। हम अंगोला और राष्ट्रपति लौरेंको को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं।”
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग
पहलगाम हमले के संदिग्धों की तलाश अब केवल भारत की सीमाओं तक सीमित नहीं रही। श्रीलंका जैसे सहयोगी देशों में भी सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी कर दिया है। भारत के खुफिया नेटवर्क की सक्रियता और श्रीलंका जैसी सरकारों के साथ उसका तालमेल इस बात का संकेत है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक अभियान में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।