ट्रंप के टैरिफ वार के बीच केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का अमेरीका दौरा, इन मुद्दों पर होगी चर्चा
Tariff: चीन, कनाडा और मेक्सिको पर अमेरिका टैरिफ लगा चुका है। फिलहाल भारत इससे बचा हुआ है। संकेत हैं कि दो अप्रैल से भारत पर भी टैरिफ लागू करने की योजना है।
Piyush Goyal: व्यापार वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूृष गोयल ने अमेरिका की यात्रा शुरू की। यह दौरा ऐसे समय हो रहा है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत समेत कई देशों पर रेसिप्रोकल (पारस्परिक) टैक्स लगाने की तैयारी में हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया गया कि पहले से तय बैठकें रद्द करने के बाद पीयूष गोयल का यह दौरा अप्रत्याशित है। केंद्रीय मंत्री का यह दौरा 8 मार्च तक चलेगा। हालांकि पीयूष गोयल ने दौरे पर कोई टिप्पणी नहीं की।
चीन, कनाडा और मेक्सिको पर अमेरिका टैरिफ लगा चुका है। फिलहाल भारत इससे बचा हुआ है। अनुमान लगाया जा रहा है कि दो अप्रैल से भारत पर भी टैरिफ लागू करने की योजना है। इसलिए गोयल की यात्रा बेहद महत्त्वपूर्ण मानी जा रही है। वह ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।
लटनिक से भी मुलाकात करेंगे गोयल
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमीसन ग्रेयर और वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लटनिक से भी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल मुलाकात करेंगे। बातचीत के दौरान भारत बाहरी टैरिफ को कम करने और द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) को आगे बढ़ाने को प्राथमिकता देगा। इससे पहले ट्रंप से जस्टिन ट्रूडो ने टैरिफ को लेकर मुलाकात की थी, देखें वीडियो…
ट्रंप ने अपने फैसले को ठहराया था सही
राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले भारत समेत कई देशों पर पारस्परिक शुल्क लगाने की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री के साथ बातचीत के दौरान ट्रंप ने अपने फैसले को सही ठहराया था और कहा था कि अमेरिकी उत्पादों पर भारत बहुत ज्यादा शुल्क लगता है। अमेरिका भी अब यही नीति अपनाने जा रहा है। पीयूष गोयल ने पिछले महीने कहा था कि भारत और अमेरिका व्यापार को सुगम बनाने के लिए आपसी रियायतें और टैरिफ में कटौती पर काम कर रहे हैं।
यात्रा में संभावना…
-अमेरिका में पीयूष गोयल ट्रंप के रेसिप्रोकल टैक्स पर चीजों को स्पष्ट करने की कोशिश करेंगे। -भारत पर इसके संभावित प्रभाव का आकलन करने की कोशिश होगी। -भारतीय निर्यातकों के लिए रियायतें मिलने की संभावना पर चर्चा करेंगे।
-द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) को आगे बढ़ाने पर भी बातचीत होगी। -सप्लाई चेन मजबूत करने और व्यापार में पारदर्शिता बढ़ाने पर चर्चा।
ऑटोमोबाइल, कृषि क्षेत्र के एक्सपोर्टर्स चिंतित
ट्रंप ने कई मौकों पर कहा है कि वह अप्रैल की शुरुआत में पारस्परिक शुल्क लगाने का इरादा रखते हैं। इससे भारतीय एक्सपोर्टर्स, खास तौर पर ऑटोमोबाइल और कृषि क्षेत्र में चिंताएं बढ़ गई हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक सिटी रिसर्च के विश्लेषकों का अनुमान है कि इस तरह के टैरिफ से भारत को सालाना सात अरब डॉलर तक का नुकसान हो सकता है।
र्बन व्हिस्की पर टैरिफ 150 फीसदी से घटाकर किया 100 फीसदी
अमेरिका के साथ व्यापार तनाव कम करने के लिए भारत ने पहले ही कुछ चीजों पर टैरिफ कम करने के कदम उठाए हैं। हाई-एंड मोटर साइकिलों पर टैरिफ 50 फीसदी से घटाकर 30 फीसदी कर दिया गया। बॉर्बन व्हिस्की पर टैरिफ 150 फीसदी से घटाकर 100 फीसदी किया जा चुका है। भारत ने अन्य चीजों पर टैरिफ की समीक्षा करने, ऊर्जा आयात बढ़ाने और अमेरिका से ज्यादा रक्षा उपकरण खरीदने का वादा किया है।