वीज़ा स्लॉट्स में बहुत अनिश्चितता
अमेरिकी अधिकारियों ने वादा किया था कि वीज़ा स्लॉट्स धीरे-धीरे जारी किए जाएंगे, लेकिन अभी भी प्रक्रिया में बहुत अनिश्चितता है, जिससे छात्रों में चिंता बढ़ी हुई है। इसके अलावा, जिन छात्रों ने पहले ही स्लॉट बुक कर लिए थे, उन्हें कन्फ़र्मेशन नहीं मिल पाया है, जिससे स्थिति और भी जटिल हो गई है।
विदेशी शिक्षा की ओर रुख कर रहे भारतीय छात्र
इस कठिन समय में, कई भारतीय छात्र अब अपनी शिक्षा के लिए अन्य देशों की ओर रुख कर रहे हैं। अब जर्मनी में ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे एक 23 वर्षीय छात्र ने कहा, “मैं इंतजार नहीं कर सकता था। एक साल गंवाना मेरे लिए एक बहुत बड़ा जोखिम था, इसलिए मैंने अपना आवेदन वापस ले लिया।”
ऐसे तो कई छात्रों के सपने टूट जाएंगे
अरविंद मंडुवा, आई20 फीवर कंसल्टेंसी के प्रतिनिधि ने कहा, “अगर अगले कुछ दिनों में वीज़ा स्लॉट्स जारी नहीं होते हैं तो कई छात्रों के सपने टूट जाएंगे। हम लगभग 80% की गिरावट देख रहे हैं, और हर दिन छात्रों और उनके अभिभावकों से घबराए हुए कॉल्स आ रहे हैं।”
214B वीज़ा अस्वीकृति दर में बढ़ोतरी
जानकारी के अनुसार मार्च में वीज़ा के लिए आवेदन करने वाले छात्रों को अब असामान्य रूप से उच्च अस्वीकृति दर का सामना करना पड़ रहा है। कई छात्र जिनकी सोशल मीडिया प्रोफाइल भी साफ-सुथरी थी, उन्हें भी 214B धारा के तहत वीज़ा अस्वीकृत किया जा रहा है। इस धारा के तहत, आवेदक को यह साबित करना होता है कि वह अमेरिका में जाने के बाद अपनी पढ़ाई खत्म कर के स्वदेश लौटेगा।
अमेरिकी अधिकारियों ने स्थिति स्पष्ट की
टेक्सास के डलास स्थित वीज़ा कंसल्टेंट रवि लोथुमल्ला ने कहा कि यह प्रक्रिया नई नहीं है और यह वर्षों से लागू की जा रही है। हालांकि, हैदराबाद स्थित अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास ने हाल ही में बयान जारी किया कि वीज़ा स्लॉट्स फिर से शुरू हो गए हैं और छात्रों को सलाह दी गई है कि वे दूतावास की वेबसाइट पर उपलब्धता चेक करें।
अमेरिका में भारतीय छात्रों की संख्या में गिरावट: एक बड़ा असर
पिछले साल भारत ने चीन को पछाड़ते हुए अमेरिका में 3.3 लाख से अधिक छात्रों को भेजा था। विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2024 की शुरुआत तक 11.6 लाख से अधिक भारतीय छात्र विदेशों में उच्च शिक्षा ले रहे थे, और यूरोप में अध्ययन करने वाले छात्रों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
वीज़ा प्रोसेसिंग की समस्याएं भारतीय छात्रों के लिए चुनौती
बहरहाल अमेरिका में वीज़ा प्रोसेसिंग में बढ़ी हुई समस्याएं भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी हैं। इसके चलते कई छात्र अन्य देशों की ओर रुख कर रहे हैं, जहां वीज़ा प्रक्रियाएं अधिक पारदर्शी और सरल हैं। अगर यह स्थिति बनी रही, तो यह भारत के छात्रों के विदेशों में शिक्षा प्राप्त करने की उम्मीदों पर पानी फेर सकता है।