अक्षय तृतीया का महत्व (Akshaya Tritiya Significance)
ज्योतिषी नीतिका शर्मा के अनुसार अक्षय तृतीया को आखा तीज भी कहा जाता है। अक्षय तृतीया का पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। अक्षय तृतीया पर जल का दान जरूर करना चाहिए। साल में चार अबूझ मुहूर्त आते हैं। इन मुहूर्त में विवाह आदि सभी मांगलिक कार्य बिना शुभ मुहूर्त देखे किए जा सकते हैं। ये चार अबूझ मुहूर्त हैं – अक्षय तृतीया, देवउठनी एकादशी, वसंत पंचमी और भड़ली नवमी। ये चारों तिथियां किसी भी शुभ काम की शुरुआत करने के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गई हैं।
सोने चांदी की खरीदारी का महत्व (Gold Shopping Significance)
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। इसलिए इसे परशुराम तीज भी कहते हैं। इसी दिन भगवान विष्णु ने नर और नारायण के रूप में अवतार लिया था। इसे अबूझ मुहूर्त भी कहा है।
अक्षय तृतीया का मुहूर्त (Akshaya Tritiya 29 or 30 April)
तृतीया तिथि आरंभ: 29 अप्रैल शाम 05: 31 बजे
तृतीया तिथि समाप्त: 30 अप्रैल दोपहर 02:31 बजे
उदया तिथि के अनुसार अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को मनाई जाएगी।
सोने चांदी की खरीदारी का मुहूर्त (Gold Shopping Muhurat)
अक्षय तृतीया सोने की खरीदारी का मुहूर्तः बुधवार, 30 अप्रैल 2025 कोअक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का समयः सुबह 04:46 बजे से दोपहर 02:12 बजे तक
अवधिः 09 घंटे 25 मिनट
अक्षय तृतीया पर अन्य शुभ योग (Akshay Tritiya In Sarvarth Siddhi Yog)
शोभन योगः 30 अप्रैल को दोपहर 12.02 बजे तकसर्वार्थ सिद्धि योगः पूरे दिन