अहमदाबाद फायर ब्रिगेड को यह सूचना मिली थी कि शहर में वासणा इलाके के फतेवाडी कैनाल के पास रील्स बना रहे युवक कार के साथ केनाल में गिरे हैं। ऐसे में तीन टीमें मौके पर पहुंची। पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से मध्यरात्रि बाद तक तलाशी अभियान छेड़़ा गया।
चार घंटे के लिए किराए पर लाए थे कार
एम डिवीजन ट्रैफिक पुलिस थाने के पीआई यू बी धाखड़ा के मुताबिक इन तीन युवकों के एक अन्य मित्र मौलिक जालेरा ने काले रंग की एसयूवी कार 3500 रुपए में चार घंटे की सेल्फ ड्राइविंग के लिए किराए पर लिया था। मौलिक ने यह कार उसके मित्र रुतायु को दी थी। वह इसे लेकर चार अन्य मित्रों- ध्रुव सोलंकी, यक्ष भंखोडिया, यश सोलंकी, क्रिश दवे और विराज के साथ यहां पहुंचे थे।
यक्ष चला रहा था कार, टर्न न होकर कैनाल में गिरी
पुलिस के अनुसार घटना के समय यक्ष कार चला रहा था। उस समय कार में यश और क्रिश बैठे थे। यक्ष ने कार को टर्न करने की कोशिश की, लेकिन वह टर्न नहीं हुई और सीधे कैनाल में जा गिरी। इस पर यहां मौजूद विराज ने पुलिस को फोन किया। आसपास के लोगों की मदद से इन्हें बचाने की कोशिश की।
कांस्टेबल ने कैनाल में कूद तोड़े कांच
सूचना मिलने पर वासणा पीसीआर वैन के कांस्टेबल मनोज कुमार घटना स्थल पहुंचे। उन्होंने देखा कि नहर के तेज पानी प्रवाह में कार गिरी है। जान की परवाह किए बिना पास से रस्सी लेकर उन्होंने छलांग लगाई। कार के कांच तोड़े, लेकिन अंदर कोई नहीं था। उन्होंने बताया कि मध्यरात्रि तक पुलिस और फायरब्रिगेड की टीमों ने तलाश की।
10 किमी तक की तलाश, नहीं मिला क्रिश
फायर ब्रिगेड के अधिकारी का कहना है कि गुरुवार को यश और यक्ष के शव मिल गए, लेकिन क्रिश का शव नहीं मिला। उसकी तलाश के लिए कैनाल के पानी को रोका गया और करीब 10 किलोमीटर तक तलाश की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली है। हालांकि तलाश जारी है।
घटना से चंद मिनट पहले उतर गया विराज
कार के कैनाल में गिरने से पहले ही विराज वाहन से उतर गया था। उसने पुलिस को बताया कि वह कार में बैठा था, लेकिन जैसे ही यक्ष ने कार चलाने के लिए मांगी वह उतर गया, क्योंकि यक्ष को अच्छे से कार चलानी नहीं आती थी। वह उतरा और यक्ष ने कार चलाई वैसे ही कुछ देर में कार कैनाल में जा गिरी। —-