यूसीसी से ये होंगे ज्यादा प्रभावित
उन्होंने कहा कि यूसीसी लागू करने से राज्य के आदिवासी, ओबीसी, जैन समेत की संप्रदायों में धार्मिक-सामाजिक अनुष्ठानों, रीति-रिवाजों और परंपराओं पर प्रभाव पड़ेगा। मुस्लिमों के अलावा 14 प्रतिशत आबादी वाले आदिवासी समाज की संस्कृति और परंपराओं पर इसका असर होगा। जैन समाज की परंपराएं भी यूसीसी से प्रभावित होंगी। देश के संविधान ने सभी को समानता का अधिकार दिया है। संविधान ने कुछ समुदायों, धर्मों और जातियों के लोगों को विशेष रियायतें भी दी हैं, यह ध्यान में रखते हुए कि उनके अपने धार्मिक अनुष्ठान, परंपराएं, रीति-रिवाज और संस्कृति हैं।
राज्य सरकार के अधिकार के बाहर की बात
उन्होंने कहा कि यूसीसी का कानून केंद्र सरकार की लिस्ट में है। यह राज्य सरकार के अधिकार से बाहर की बात है।