इसकी बुधवार को गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद शहर क्राइम ब्रांच ने राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त बांग्लादेश के लोगों का पर्दाफाश किया। इसमें कई नकली नोट को देश में चलाने और देहव्यापार में नाबालिग को धकेलने जैसे मामले में शामिल थे। ऐसे में एक अभियान छेड़ते हुए शहर में अवैध दस्तावेजों से देश में घुसपैठ कर अहमदाबाद में रह रहे 50 लोगों को पकड़ा था। इसमें से 15 को वापस बांग्लादेश भेज दिया है।
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) भरत पटेल ने बताया कि लंबे समय के बाद पुलिस को अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को डिपोर्ट करने में सफलता मिली है। इसके लिए क्राइम ब्रांच ने पुख्ता तौर पर सभी की पहचान करने के बाद दस्तावेज पेश किए थे। अन्य लोगों को भी डिपोर्ट करने की प्रक्रिया चालू है।
क्राइम ब्रांच ने शहर के कुबेरनगर, नरोडा पाटिया, चंडोला तालाब इलाके में दबिश देकर गत वर्ष अक्टूबर महीने में घरों में जांच की। 250 संदिग्ध लोगों की जांच व पूछताछ की गई है। जिसमें से प्रथम दृष्टया अवैध रूप से रहने वाले 48 को पकड़ा था। इनके बांग्लादेशी नागरिक होने के दस्तावेज भी मिले थे। जांच में सामने आया था कि कुछ लोग बांग्लादेश से विवाह कर युवतियों को यहां लाते हैं, उन्हें देहव्यापार में धकेल देते हैं। बड़े पैमाने पर राशि को हवाला से बांग्लादेश भेजने का भी पता चला है।
इन्हें वापस बांग्लादेश भेजा
मो. लियाकतअली खान, मो.टिक्का शेख (55), शर्मिन उर्फ सानिया उर्फ रिया मंडल और उसकी दो साल की बेटी शांति, लाइली मुल्ला, रेशमा मुल्ला, लामिया मुल्ला, दीन इस्माइल शेख, रिजवान उर्फ रिदवान उर्फ रियोद काजी, मिंटू मुल्ला, मिजानुर काजी, इमरान उर्फ इब्राहिम फकीर, मुरसलीम शेख, मो.नजरूल उर्फ नौजू शेख, रुना शेख, मोइना शेख शामिल हैं।