कार्रवाई का ग्राफ गिरा
पड़ताल में सामने आया कि 2010 से अब तक 254 बांग्लादेशी घुसपैठिए व तीन बच्चे पकड़े जा चुके हैं। इसमें 2010 से 2012 तक तीन साल में 170 को पकड़कर निष्कासित किया। इसके बाद कार्रवाई का ग्राफ गिर गया। बीते तीन साल में महज 6 बांग्लादेशी पकड़े गए। मौजूदा अभियान में डेढ़ महीने में 18 घुसपैठियों को पकड़कर निष्कासन की कार्रवाई की गई।
पहचान के दस्तावेज बनवाए
जानकारी अनुसार बड़ी संख्या में घुसपैठिए दरगाह, तारागढ़ इलाके में ठिकाने बनाकर रह रहे है। उनके राशन कार्ड, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज तक बन चुके हैं।
कारण
साल———-धरपकड़
2010———58 2011———48 व एक बच्चा
2012———64 2013———19
2014———03
2016———02 2017———08
2018———07 2019———07
2020———02 2021———00( कोरोना)
2022———02 2023———01
2024———03 2025———18 और 2 बच्चे (कार्रवाई जारी)
कुल———254——3 बच्चे इनका कहना है… बांग्लादेशी घुसपैठियों की धरपकड़ के लिए तीन माह में दरगाह अन्दर कोट व आसपास के क्षेत्र में सर्वे कार्य किया गया। दस हजार लोगों को डेटा बेस बनाया। सर्वे के सकारात्मक परिणाम अब सामने आ रहे हैं। संदिग्ध के निष्कासन की कार्रवाई जारी है।
लक्षमणराम चौधरी, सीओ दरगाह व एसटीएफ प्रभारी