जानकारी अनुसार शहर के फॉयसागर रोड बोराज, हाथीखेड़ा गांव में ग्रामीणों के बैंक खातों में लाखों रुपए का लेनदेन करने वाले तीन युवकों को साइबर थाना पुलिस की टीम ने मंगलवार को दबोचा है। पुलिस ने तीनों से बड़ी संख्या में ग्रामीणों के नाम पर खोले गए बैंक खातों की जानकारी मिली है। आरोपियों ने ग्रामीणों के बैंक खातों में लाखों की रकम ट्रांसफर और निकासी का खेल रच रखा था। गहनता से पड़ताल में पुलिस को बैंक के खातों में बड़ी रकम का लेनदेन सामने आया है। पुलिस तीनों आरोपियों व उनके सहयोगियों के सम्बंध में भी गहनता से पूछताछ में जुटी है।
रचा कमीशन का खेल
पड़ताल में सामने आया कि साइबर थाना पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी लाखों की रकम ट्रांसफर करने के नाम पर मोटा कमीशन वसूलते है। कमीशन की चाह में जालसाजी की रकम को ग्रामीणों के खाते में ट्रांसफर कर उसको जालसाज के दूसरे बैंक खातों में अपना कमीशन काटकर डाल देते हैं। साइबर थाना पुलिस आरोपियों से गहनता से पड़ताल में जुटी है।
यहां भी मिलेंगे ज्यादा केस
अजमेर के अलावा जिले में भिनाय क्षेत्र, ब्यावर जिले के बिजयनगर, भीलवाड़ा जिले के गुलाबपुरा थाना क्षेत्र में बड़ी संख्या में कॉटन मिल में काम करने वाले श्रमिकों के बैंक खातों का इस्तेमाल साइबर ठगी की करोडो़ं की रकम को ट्रांसफर करने में किया जा रहा है। पूर्व में झारखंड, छतीसगढ़ पुलिस युवाओं को गिरफ्तार कर ले जा चुकी है।
पहले भी पकड़ा था गिरोह
अजमेर साइबर थाना पुलिस ने एनआरआई के साथ हुई 65 लाख रुपए की साइबर ठगी में बैंक खाते बेचकर कमीशन का खेल रचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। पुलिस ने उदयपुर मनीष कपूर समेत 9 जनों को पकड़ा था जबकि उससे पहले नागौर जिले से तीन आरोपियों को प्रकरण में गिरफ्तार किया गया। गौरतलब है कि आरोपी ग्रामीणों के बैंक खातों में लाखों-करोड़ों की रकम का ट्रांजेक्शन कर कमीशन खाते हैं। जिसका फायदा साइबर ठगों को मिलता है।
इनका कहना है…
ग्रामीणों को अपने बैंक खाते में किसी भी तरह के लेनदेन से बचना चाहिए। साइबर ठग लालच देकर ठगी की रकम का ट्रांजेक्शन करते है। साइबर ठगी की गतिविधि में लिप्त लोगों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। हिमांशु जांगिड़, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर)