जी-हुजूरी करने वालों की नियुक्ति
मीडिया से बातचीत करते हुए सुधाकर ने कहा, चिक्काबल्लापुर जिला अध्यक्ष की घोषणा बिना चुनाव के कर दी गई है। मेरे जिले में तानाशाही की जा रही है और केवल ‘जी-हुजूरी करने वाले’ ही नियुक्त किए गए हैं। मैंने कभी भी पार्टी के मामलों को मीडिया से साझा नहीं किया, लेकिन आज मैं बहुत आहत हूं। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र मेरा राजनीतिक करियर खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी नफरत की राजनीति है। हमारे पास राजनीतिक ताकत भी है।
सांसद सुधाकर ने दी पार्टी छोड़ने की चेतावनी
उन्होंने परोक्ष रूप से पार्टी छोड़ने की चेतावनी दी क्योंकि उन्हें नहीं पता था कि विस्फोट कब होगा। उन्होंने कहा कि उनके व्यवहार से पार्टी खत्म हो रही है। मुझे उनके रवैये, अहंकार और मानसिकता से घृणा है। मैं वरिष्ठों से कहूंगा कि वे अपना रवैया बदलें या बदलाव लाएं। मुझे कई बार पार्टियों में बुलाया गया, मैं नहीं गया। इसका मतलब यह नहीं है कि वह जो कह रहा है वह गलत है, वो हमारी शराफत को कमजोरी समझते हैं। हम अपनी ताकत दिखाएंगे। मैंने सभी नेताओं से भी बात की है।
अध्यक्ष विजयेंद्र को बच्चा करार
कुछ समय पहले विधायक जारकीहोली ने उन्हें बच्चा करार दिया था और दावा किया वह लंबे समय तक पार्टी अध्यक्ष पद पर नहीं रहेंगे। विजयेंद्र ने आरोप लगाया है कि दोनों विधायक कांग्रेस के इशारे पर पार्टी में कलह कर रहे हैं और उनके पिता बी.एस. येदियुरप्पा के खिलाफ अनाप-शनाप बोल रहे हैं। जारकीहोली विजयेंद्र के खिलाफ दिल्ली जाकर केंद्रीय नेतृत्व से शिकायत करके उन्हें पार्टी से बाहर करने की मांग कर रहे हैं।