कठूमर के झाड़ला गाँव की आशा शर्मा को प्रसव पीड़ा के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष कुमार भारद्वाज ने बताया कि जाँच के दौरान बच्चे का सिर ऊपर की ओर था और उसका वजन भी सामान्य से अधिक लग रहा था। उन्होंने बताया कि इस तरह की स्थिति में बच्चे के कंधे फँसने का खतरा होता है, लेकिन सावधानीपूर्वक प्रयास से डिलीवरी सफलतापूर्वक हो गई।
डॉ. भारद्वाज ने बताया कि आमतौर पर नवजात शिशुओं का वजन 2 से 2.5 किलो के बीच होता है, लेकिन इस मामले में 5 किलो के बच्चे का जन्म होना एक दुर्लभ घटना है। उन्होंने यह भी बताया कि इससे पहले भी अस्पताल में 4 किलो के बच्चे का जन्म हुआ था। फिलहाल माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और डॉक्टरों की निगरानी में हैं।
डॉक्टर ने बताया कि ऐसे मामलों में बच्चों में ग्लूकोज की कमी होने का खतरा होता है, जिससे उन्हें अधिक भूख लगती है। इसलिए नवजात शिशु की ग्लूकोज मॉनिटरिंग की जाएगी और उसे माँ का दूध पिलाया जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर उसे अलग से ड्रिप भी चढ़ाई जाएगी।
इस घटना ने अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों को भी आश्चर्यचकित कर दिया है। यह मामला न केवल चिकित्सा जगत में एक दुर्लभ घटना है, बल्कि इसने शहर में भी सनसनी फैला दी है। लोग इस असामान्य बच्चे और उसकी माँ के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं।