scriptRTI से खुलासा: अलवर जिला परिषद में कम अंक वाले बन गए लिपिक, रह गए अधिक अंक वाले | RTI revealed: Those with less marks became clerks in Alwar Zila Parishad, those with more marks remained | Patrika News
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RTI से खुलासा: अलवर जिला परिषद में कम अंक वाले बन गए लिपिक, रह गए अधिक अंक वाले

अलवर जिला परिषद की लिपिक भर्ती में बड़ा खेल हुआ है। कम अंक वाले लोगों को लिपिक बना दिया गया और ज्यादा अंक वाले 15 अभ्यर्थी बाहर हो गए। इसका खुलासा आरटीआई के जरिए आए डेटा के मिलान से हुआ है। अब यह मामला भी पंचायती राज विभाग को भेजा गया है।

अलवरJan 29, 2025 / 12:06 pm

Rajendra Banjara

जिला परिषद की लिपिक भर्ती में बड़ा खेल हुआ है। कम अंक वाले लोगों को लिपिक बना दिया गया और ज्यादा अंक वाले 15 अभ्यर्थी बाहर हो गए। इसका खुलासा आरटीआई के जरिए आए डेटा के मिलान से हुआ है। अब यह मामला भी पंचायती राज विभाग को भेजा गया है। वर्ष 2022 में जिला परिषद अलवर की ओर से 135 लिपिक नियुक्त करने से पहले जो प्रतीक्षा सूची जारी की गई, उस सूची पर आपत्ति मांगी गई तो 286 लोगों ने आपत्ति पेश कर प्रतीक्षा सूची में नाम जोड़ेने के लिए आवेदन किया था।

आरोप है कि जिला परिषद अलवर ने ज्यादा नंबर पाने वाले अभ्यर्थियों को नौकरी से बाहर करने के लिए गलत तरीके से आपत्तियों का निस्तारण किया। परिषद ने लिखा कि आपत्ति जताने वाले लोग तीन गुना कट ऑफ में शामिल नहीं हैं, इसलिए नियुक्ति नहीं दी जा सकती, जबकि तीन गुना कटऑफ में इनसे कम नंबर वाले अभ्यर्थियों को नौकरी दे दी गई।

33 दिन बाद जारी हुई थी कट ऑफ


जिला परिषद की लिपिक भर्ती 2022 में बिना कटऑफ जारी किए ही 120 लिपिक नियुक्त किए गए थे। उनकी नियुक्ति 24 नवंबर, 2022 को की गई थी, जबकि कटऑफ 33 दिन बाद 27 दिसंबर, 2022 को जारी हुई। इतनी लंबी अवधि के बाद कटऑफ जारी करने के कारण भी कई अभ्यर्थियों को अपने अंकों और नियुक्ति नहीं होने के संबंध में स्थिति स्पष्ट नहीं हुई।

जिला परिषद की ओर से जारी नियुक्ति आदेश में यह भी अंकित नहीं किया गया कि किसी अभ्यर्थी का चयन किस श्रेणी में हुआ है। आरोप लग रहे हैं कि किसी श्रेणी में नियुक्ति रिक्त पदों से ज्यादा तो किसी में कम दी गई है। ओबीसी श्रेणी की जो कट ऑफ जारी हुई, उसमें किसी अभ्यर्थी की नियुक्ति ही नहीं हुई।

ज्यादा अंक वाले यह अभ्यर्थी हुए बाहर

सामान्य पुरुष वर्ग की कटऑफ 61.783 थी। आपत्ति करने वाले विजय जैमन के अंक 63.075 थे। इनको नौकरी नहीं मिली। कारण बताया कि तीन गुना कटऑफ में शामिल नहीं हुए।
सामान्य महिला वर्ग की कटऑफ 58.800 थी। राजबाई के अंक 61.766, रविता खंडेलवाल के 61.461 और योगेश चौधरी के 59.120 थे, लेकिन नौकरी नहीं मिली। कारण तीन गुना कटऑफ न होना बताया।
ओबीसी पुरुष वर्ग की कटऑफ 61.766 थी। नवीन सैनी के अंक 65.140, जवाहर सिंह के अंक 71.475 व सोनू के अंक 67.278 थे। इन्हें भी नौकरी नहीं दी गई।
ओबीसी महिला वर्ग की कटऑफ 57.295 थी। रेखा कुमारी के अंक 72.350, सुमन कुमारी के 58.322, सोनम के 57. 505 और गुड्डी जौहर के 57.722 थे। इनको भी नौकरी नहीं दी गई। सुमन कुमारी को मूल कटऑफ से ज्यादा अंक होने के कारण शामिल नहीं किया जाना बताया गया।
अनुसूचित जाति पुरुष वर्ग की कटऑफ 57.356 थी। दयाराम के अंक ठीक कटऑफ के बराबर 57.356 थे। अशोक कुमार के अंक 58.380 थे। इन्हें नौकरी नहीं दी गई।
अनुसूचित जाति महिला वर्ग की कटऑफ 53.305 थी। हेमा रानी के अंक 55.860 और सुनीता जाटव के अंक 54.766 थे। इन्हें भी नौकरी नहीं दी गई।
ओबीसी पुरुष वर्ग में जवाहर सिंह और सोनू को पूर्व में एक बार अवसर देना भी बताया, लेकिन इसके उलट ओबीसी महिला वर्ग में एक महिला को पहले दो अवसर देने के बाद भी बिना कोई आपत्ति पेश किए तीसरा मौका देकर नौकरी दी गई।

लिपिक भर्ती को लेकर कराई गई जांच की अंतरिम रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है। यदि कोई नया फैक्ट सामने आया है, तो संबंधित समिति इसकी जांच करेगी- आर्तिका शुक्ला, जिला कलक्टर

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