1024 बीघा भूमि में मौके पर बहुत घना जंगल
यह रकबा राजस्व रिकॉर्ड में सिवायचक गैर मुमकिन पहाड़ अंकित है। पूर्व में वन विभाग ने तहसीलदार थानागाजी को इस जमीन को राजस्व रिकॉर्ड में वन विभाग के नाम दर्ज कराने के लिए कहा गया था, जो अब तक नहीं हो पाया। वन विभाग ने प्रशासन को भेजे पत्र में कहा था कि 1024 बीघा भूमि में मौके पर बहुत घना जंगल है। सरिस्का वन्यजीव अभयारण्य की सीमाओं के अंदर है। जहां पर वन्यजीवों का स्वच्छंद विचरण बना रहता है।मामला सरकार तक पहुंचा
इस क्षेत्र में कोई भी वन अपराध घटित होने पर क्षेत्र की स्थिति रिकॉर्ड में सिवायचक रहने से प्रकरण में विभाग का पक्ष प्रस्तुत करने का व नियमानुसार कार्रवाई करने में परेशानियां आती हैं। ऐसे में यह जमीन वन विभाग के नाम दर्ज की जाए। यह मामला सरकार तक पहुंचा तो अब प्रशासन जमीन देने के लिए कदम बढ़ा रहा है।प्रशासन के इस कदम की सराहना
सरिस्का क्रिटिकल टाइगर हैबीटेट की 54 हजार से ज्यादा जमीन वन विभाग के नाम दर्ज हो गई है। अब इस जमीन को संभालने की जिम्मेदारी वन विभाग की है। कुछ जमीन और नाम होनी बाकी है, जिसके नामांतरण की प्रक्रिया चल रही है। दूसरे चरण में वन विभाग अपनी जमीन पर गैर वाणिज्यिक गतिविधियों का सर्वे करेगा ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।यह भी पढ़ें:
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