दौसा से कठूमर स्टेट हाईवे 78 सन 2018-19 में 26 करोड़ रुपए खर्च कर कठूमर से अलवर जिले की सीमा कटहेडा तक 28 किमी लम्बाई का रोड सात मीटर की चौड़ाई में बनाया था। यह स्टेट हाईवे दौसा के कुंडल से बालाहेड़ी, बांदीकुई, मंडावर, भनोखर होते हुए कठूमर तक आता है। इस रोड को बने छह साल हो गए, लेकिन सरकार की ओर से एक भी रोडवेज बस अब तक नहीं चलाई गई। साधनों के अभाव में यह सड़क सूनी नजर आती है। इस रोड पर बहतुकला थाना, देवी धौलागढ़ का प्रसिद्ध मंदिर, भनोखर उपतहसील, मंडावर रेलवे स्टेशन, बांदीकुई के लिए सीधी बस सेवा के अलावा पांच दर्जन गांवों के सैकड़ों लोगों को रोजाना के आवागमन है। यात्रा के लिए निजी साधनों, टेम्पो आदि का सहारा लेना पड़ता है। यात्रि बहुत परेशान रहते हैं। कई बार तो अपने गंतव्य पैदल ही जाना पड़ता है।
स्टेट हाईवे 44 नटनी के बारा से लक्ष्मणगढ़, कठूमर, खेरली का नदबई तिराहा, होते हुए कुम्हेर, डीग कामा से कोसी यूपी तक जाता है। इस रोड से तीन जिलों अलवर, भरतपुर, डीग की कनेक्टिविटी है। इस रोड को चिमरावल से कठूमर तक 2018-19 में 36 करोड़ रुपए खर्च कर 59 किमी तक नवीनीकरण व दोहरीकरण किया गया, लेकिन इस रोड पर भी कभी नियमित बसें नहीं चली, पूरे दिन में खेरली कठूमर से अलवर के लिए केवल चार बसें चलती हैं। ज्यादा राजनीतिक दबाव पड़ता है तो रोडवेज प्रशासन दो तीन बसें और चला देता है, लेकिन आठ -दस दिन में ये बसें बंद कर दी जाती है।
स्टेट हाईवे 22 करोली जिले के म़ंडरायल से हिंडौन, महवा, खेरली, कठूमर, सीकरी, पहाडी होते हुए हरियाणा स्टेट सीमा में तक समाप्त होता है। यह हाईवे महवा होते हुए जयपुर को दिल्ली व अलग-अलग रूटों से अलवर, भरतपुर, आगरा, मथुरा, गोवर्धन जैसे शहरों की ओर चला जाता है, लेकिन यहां कुछ शहरों को छोड़कर अन्य शहरों के लिए सीधी बस सेवा नहीं है। लोगों को कई बसें बदलकर यात्रा करनी पड़ती है।
ये बस सेवा हो सकती है शुरू स्टेट हाईवे 78 पर दौसा-गोवर्धन, बांदीकुई-गोवर्धन, मंडावर-नगर शटल बस सेवा मंडावर भरतपुर, स्टेट हाईवे 44 पर खेरली-तिजारा वाया अलवर, अलवर-भरतपुर वाया लक्ष्मणगढ़, कठूमर व अलवर -खेरली के लिए अतिरिक्त बस सेवा तथा स्टेट हाईवे 22 पर खेरली से दिल्ली अतिरिक्त बस, खेरली वाया कठूमर नगर होकर भरतपुर, खेरली से गोवर्धन शटल बस सेवा, खेरली-मथुरा, श्रीमहावीरजी से गोवर्धन आदि कई बस सेवा शुरू होने पर सैंकड़ों यात्रियों को लाभ मिलेगा।
यह बोले लोग विकास भी अवरूद्ध सा हो गया स्टेट हाईवे 78 पर बसों का संचालन नहीं होने से न केवल यात्रियों को परेशानी हो रही है, बल्कि इस क्षेत्र का आर्थिक विकास भी अवरूद्ध सा हो गया है। यात्रियों को बसों के अभाव में प्राइवेट व डग्गेमार साधनों का सहारा लेना पड़ रहा है, जिनसे कई बार दुर्घटना भी घट जाती है।
केदारनाथ शर्मा, भनोखर रोड। …………… बसें पर्याप्त नहीं है खेरली से अलवर वाया लक्ष्मणगढ़ जाने के लिए बसें पर्याप्त नहीं है। जल्दी सुबह जाने वाली बसें भी बंद कर दी गई है। इस रूट पर तिजारा आदि स्थानों के लिए भी बसें चलाई जा सकती है। बसों का संचालन कम होने से कस्बे का लक्ष्मणगढ़ बस स्टैंड वीरान सा लगता है।
भारत-भूषण खंडेलवाल, व्यापारी, कठूमर। ……………. बसों का संचालन नहीं होना दुखदाई भनोखर रोड पर पड़नेवाले दर्जनों गांवों के लोगों के लिए रोडवेज बसों का संचालन नहीं होना दुखदाई है। कठूमर से मंडावर तक करीब पांच दर्जन गांवों की कनेक्टिविटी है। दौसा की तरफ से गोवर्धन के लिए बस चलाई जा सकती है और धार्मिक केन्द्र से इस सड़क के जुड़ने से ग्रामीणों की आस्था बढ़ेगी और सरकार का भी रेवैन्यू बढ़ेगा।
भूमि दत्त शर्मा, कठूमर। ………….. जल्दी ही बस सेवाएं शुरू हो जाएगी मैं क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए संकल्पित हूं। स्टेट हाईवे 78 पर बसों की कमी संज्ञान में है और दौसा से वाया भनोखर गोवर्धन, महवा, मंडावर से नगर शटल बस सेवा, खेरली से वाया लक्ष्मणगढ़ अलवर सहित अन्य बस सेवाओं के लिए सम्बंधित मंत्री से पहले ही मिल चुका हूं। जल्दी ही बस सेवाएं शुरू हो जाएगी।
रमेश खींची विधायक, कठूमर।