जिले में गर्भवती महिलाओं की स्थिति
जिले में वर्तमान समय में 5021 गर्भवती महिलाएं है। अनूपपुर विकासखंड में 1229, जैतहरी विकासखंड में 1514, कोतमा विकासखंड में 629 एवं पुष्पराजगढ़ विकासखंड में 1649 गर्भवती महिलाएं जिले में हैं। गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच के लिए नियमित रूप से सोनोग्राफी जांच की आवश्यकता पड़ती है और यह सुविधा सिर्फ जिला चिकित्सालय में ही संचालित है। बताया गया कि जिला चिकित्सालय में सिर्फ सोमवार, मंगलवार और गुरुवार को ही इसका सोनोग्राफी का संचालन किया जाता है। वहीं सोमवार को टीएल की बैठक होने के कारण सिविल सर्जन उपस्थित नहीं रह पाते हैं। सिविल सर्जन की अनुपस्थिति में राजेंद्र ग्राम में पदस्थ चिकित्सक डॉ. मोगरे यह कार्य करते हैं, लेकिन वह भी अपने कार्यों में व्यस्त होने के कारण तथा काफी दूरी होने के कारण यहां समय नहीं दे पाते हैं।
सिर्फ 200 मरीजों की हो पा रही है जांच
जिला चिकित्सालय सोनोग्राफी केंद्र के आंकड़ों के अनुसार मात्र 200 मरीज के स्वास्थ्य की जांच यहां हो पाती है। साथ ही प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के अंतर्गत निजी चिकित्सालय में सोनोग्राफी करने के लिए ई वाउचर भी दिए जाते हैं, लेकिन अनूपपुर जिला चिकित्सालय में हर महीने मात्र 20 महिलाओं को ही यह वाउचर मिल पा रहा है जिसके कारण ज्यादातर महिलाओं को जिला चिकित्सालय के चक्कर काटने पड़ते हैं।
निरीक्षण में टीम को मिली अव्यवस्था
एनक्यूएएस की 6 सदस्य टीम तीन दिवसीय जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के लिए अनूपपुर आई हुई थी जहां टीम ने निरीक्षण के दौरान भी सोनोग्राफी केंद्र की अव्यवस्था देखी गई। इसके बाद वैकल्पिक व्यवस्था बेहतर बनाने के निर्देश दिए गए। जिला चिकित्सालय में शनिवार को पेट दर्द की समस्या से परेशान रजनी शर्मा सोनोग्राफी कराने के लिए पहुंची हुई थी, लेकिन यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम के आने के कारण सभी टीम व्यवस्था में लगी थी और सोनोग्राफी का कार्य इस वजह से बंद था। इसी दौरान गर्भवती महिला अंतिमा भी सोनोग्राफी करने के लिए पहुंची हुई थी लेकिन उन्हें भी यहां उपस्थित गार्ड ने वापस कर दिया। सोनोग्राफी सुविधा के लिए रेडियोलॉजिस्ट की मांग की गई है। जब तक नियमित रेडियोलॉजिस्ट उपलब्ध नहीं हो पाता है तब तक वैकल्पिक व्यवस्था बनाई गई है। मैं स्वयं समय निकालकर यह कार्य करती हूं। मार्च का महीना होने के कारण कई प्रशासनिक कार्य बढ़ जाने से इसमें समय देना पड़ा। आगामी दिनों में नियमित रूप से इसका संचालन किया जाएगा।
डॉ. एसबी अवधिया, सिविल सर्जन अनूपपुर जिला चिकित्सालय